रांची। रिम्स के सीटीवीएस विभाग ने एक और उपलब्धि गुरुवार को अपने नाम की है। साल के पहले दिन विभागाध्यक्ष डॉ विनीत महाजन की टीम ने एरोटिक डिसेक्शन जैसी जटिल सर्जरी कर एक मरीज की जान बचाई है। यह सर्जरी रिम्स में पहली बार की गयी है।

धनबाद निवासी यह मरीज दिसम्बर महीने में रिम्स पहुंचा था। इस मरीज की हृदय की महा धमनी कई भाग से फट रही थी। इस स्थिति को एरोटिक डिसेक्शन कहा जाता है, इसमें मरीज की जान जाने का खतरा बढ़ जाता है। डॉ विनीत महाजन ने स्थिति को देखते हुए बिना विलम्ब के मरीज को सर्जरी का सुझाव दिया और उसे इस सर्जरी के लिए तैयार किया।

इस सर्जरी में मरीज के ह्रदय के महा धमनी को कृत्रिम पाइप से बदलना होता है। इसके लिए शरीर के रक्त प्रवाह को 40 मिनट के लिए पूरी तरफ से बंद किया जाता है और शरीर का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक कम किया जाता है, जिसमें काफी मुश्किल आती है। इस तरह की सर्जरी में 50 प्रतिशत मौत होने का खतरा रहता है। डॉ विनीत महाजन की टीम और एनेस्थीसिया विभाग से डॉ शिवप्रिय की टीम के संयुक्त प्रयास से इस मरीज का सफल आपरेशन रिम्स में आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त में किया गया। मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है।

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