रांची। माघ माह शुक्ल पक्ष की पंचमी तीन फरवरी को है। इसी दिन बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन से ही बसंत ऋतु का आगमन हो जाएगा। पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी दो फरवरी को दोपहर 2.48 बजे से शुरू हो जाएगी। पंचमी तिथि का समापन तीन फरवरी को शाम में होगा। उदयातिथि के कारण पंचमी का त्योहार तीन को मनाया जाएगा। इस दिन विद्या की देवी माता सरस्वती की विशेष पूजा की जाएगी। शुभ मुहूर्त तीन फरवरी की सुबह 7.06 बजे से लेकर दोपहर 12.34 बजे तक रहेगा। इसके बाद 1.10 बजे से शाम 5.40 बजे तक पूजा की जाएगी।

पंडित मनोज पांडे ने शनिवार को बताया कि मां सरस्वती की पूजा के लिए पांच शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। साध्य योग, शश योग, लक्ष्मी नारायण योग, बुधादित्य योग और सिद्ध योग। ये पांच योग बहुत ही शुभ और फलदायी है। इस योग में किए जाने वाले हर एक कार्य सिद्ध होते हैं। विवाह के लिए भी अति शुभ है। पूरे दिन चंद्र शुक्र का युति गुरुदीक्षा और विद्यारंभ मुहूर्त रहेगा। इस दिन सध्या और रात्रि तीनों पहर विवाह का लग्न है। उन्होंने बताया कि यह दिन शिक्षा ग्रहण और सिद्धि साधना के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस शुभ संयोग में विद्या आरंभ, गृह प्रवेश, विवाह, नई वस्तु और वाहन खरीदना अति शुभ माना गया है। माता सरस्वती को सर्वगुण संपत्र माना गया है।

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