रांची। झारखंड सरकार के ऊर्जा विकास निगम से 109 करोड़ रुपये की अवैध निकासी मामले में झारखंड एटीएस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए एक आरोपित के घर से 60 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने शनिवार को बताया कि दो लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।

झारखंड सरकार के महत्वपूर्ण उपक्रम पर्यटन विकास निगम लिमिटेड, झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड के खाते से लगभग 109 करोड़ रुपये गायब करने के मामले में जांच जारी है। इस दौरान एटीएस ने रांची के डोरंडा इलाके में रहने वाले राम लखन यादव के यहां छापेमारी कर 60 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं।

मामले में अब तक सात आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें जेटीडीसी के तत्कालीन लेखपाल गिरिजा सिंह, केनरा बैंक हटिया के तत्कालीन शाखा प्रबंधक अमरजीत कुमार, साजिशकर्ता रूद्र उर्फ समीर, रांची के रहने वाले लोकेश्वर शाह, रांची के बिरसा चौक स्थित सेंट्रल बैंक के शाखा प्रबंधक लोलस लकड़ा और इलाहाबाद बैंक के अमर कुमार और सहित अन्य शामिल हैं। मामले में पुख्ता सबूत के बाद करीब 350 खातों में पड़े 47 करोड़ 96 लाख 38 हजार रुपए को फ्रीज करवाया गया है।

इस केस में 1,83,20,300 रुपये नकद एवं 16,70,000 रूपये के गहने बरामद किया गया है। मामले में अनुसंधान जारी है।

डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि यह मामला काफी बड़ा है और सरकारी पैसा किसी भी हाल में वापस लाना पुलिस की जिम्मेवारी है। इस मामले में सभी संदिग्ध पुलिस के रडार पर हैं। मामले में बंगाल कनेक्शन भी सामने आ चुका है और जल्द ही सभी गिरफ्तार किए जाएंगे।

इस मामले में 28 सितंबर को रांची के धुर्वा थाने में झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक वित्त ने एफआईआर दर्ज करवाई थी। सीआईडी ने इस केस को टेकओवर किया और 4 अक्टूबर को मामले में एफआईआर दर्ज कराई। इस मामले की जांच के लिए एटीएस के एसपी ऋषभ झा के नेतृत्व में एसआईटी गठित हुई थी।

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