सियोल। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने कहा है कि वह हार नहीं मानेंगे और देश की रक्षा के लिए अंत तक लड़ेंगे। उन्होंने यह प्रतिज्ञा गिरफ्तारी की तैयारियों के बीच की है। येओल की मार्शल लॉ लागू करने की अल्पकालिक घोषणा के बाद के ‘अप्रत्याशित घटनाक्रम’ पर नेशनल असेंबली में महाभियोग प्रस्ताव पारित हो चुका है। अब संवैधानिक अदालत को तय करना है कि उन्हें महाभियोग प्रस्ताव का सामना करना होगा या नहीं। उनपर विद्रोह के साथ अपने कुछ सहयोगियों और राजनीतिक विरोधियों की गिरफ्तारी की साजिश रचने का भी आरोप है। वह शक्तिशाली जांच एजेंसी (भ्रष्टाचार विरोधी कार्यालय) को सहयोग नहीं कर रहे। एजेंसी प्रमुख कह चुके हैं कि गिरफ्तारी वारंट पर छह जनवरी तक हर हाल में अमल किया जाएगा।

द कोरिया हेराल्ड समाचार पत्र के अनुसार, संकट में फंसे राष्ट्रपति यून सुक येओल ने बुधवार शाम अपने समर्थकों से कहा कि वह “इस देश की रक्षा के लिए अंत तक आपके साथ लड़ेंगे।” यून ने अपने समर्थकों के नाम लिखित संदेश जारी किया है। उन्होंने लिखा है, “मैं इस देश के स्वतंत्र लोकतंत्र और संवैधानिक व्यवस्था की रक्षा के लिए इतनी बड़ी संख्या में इकट्ठा होने के लिए आप सभी को धन्यवाद देता हूं। मैं यूट्यूब पर लाइव प्रसारण के माध्यम से आपको देख रहा हूं। आपने सियोल के हन्नम-डोंग में मेरे (राष्ट्रपति) आवास के पास रैली कर जो समर्थन व्यक्त किया है, उसने मुझे और मजबूत किया है।”

उन्होंने कहा कि कोरिया को राज्य विरोधी ताकतों और देश के भीतर और बाहर की ताकतों के उकसावे से खतरा है। राष्ट्रपति के इस संदेश से विपक्ष भड़क गया है। विपक्ष ने उन पर अपने समर्थकों को अधिकारियों के खिलाफ उकसाने का आरोप लगाया है। मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रवक्ता रेप जो सेउंग-लाए ने कहा, “यून का संदेश स्पष्ट रूप से दिखाता है कि वह अभी भी भ्रमित है और विद्रोह की मांग कर रहा है।” रिफॉर्म पार्टी के प्रतिनिधि ली जून-सेओक ने कहा कि यह “अकल्पनीय” है कि यून अभी भी यू-ट्यूब के माध्यम से दुनिया को देख रहा है।

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