राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाना मनमोहन सिंह से सीखें। 30-35 सालों से आर्थिक फैसलों में मनमोहन सिंह की भूमिका रही। इतने घोटाले सामने आए लेकिन मनमोहन सिंह पर दाग नहीं लगा। पीएम मोदी के बयान के बाद सदन में कांग्रेस के सांसदों ने जोरदार हंगामा किया और सदन से वॉक आउट किया।
कालेधन से सबसे ज्यादा पीड़ित गरीब लोग
राज्यसभा में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने नोटबंदी के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लड़ाई कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं है।
उन्होंने कहा कि कालेधन से सबसे ज्यादा पीड़ित गरीब लोग हैं। कालेधन की समानांतर अर्थव्यवस्था के कारण सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों का होता है। यही नहीं कालेधन का इस्तेमाल आतंकवाद और नक्सलवाद बढ़ाने में होता है।
नोटबंदी के बाद माओवादियों ने किया सरेंडर
उन्होंने कहा कि आतंकवाद और नक्सलवाद के लिए जाली नोटों का इस्तेमाल होता था। जाली नोट बंद होने से दिक्कत आई है तो आतंकवादियों ने बैंक लूटा। नोटबंदी के बाद माओवादी सरेंडर कर रहे हैं इससे सदन के लोगों को संतोष करना चाहिए। हमारे देश में 30-40 दिनों में 700 नक्सलियों ने सरेंडर किया था।
इंदिरा की सरकार के दौरान आया था नोटबंदी का सुझाव
पीएम ने कहा कि गोडबोले जी की किताब में नोटबंदी न करने का जिक्र है और इंदिरा गांधी की सरकार के दौरान नोटबंदी का सुझाव आया था। उन्होंने कहा कि गोडबोले जी की किताब में लिखा है कि इंदिरा जी के समय एक अफसर ने कहा था कि वह नोटबंदी के खिलाफ थीं क्योंकि उनका कहना था कि उन्हें चुनाव भी लड़ना होता है।
डिजिटल लेन देन को बढ़ावा देने की जरूरत
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया पेपरलेस बैंकिंग की ओर जा रही है और भारत को भी इस दिशा में बढ़ना चाहिए डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने की जरूरत है और हम इस पर काम कर रहे हैं। नोटबंदी के दौरान बैंकों में बड़ी संख्या में करेंसी जमा हुई है जिससे बैंकों की कर्ज देने की क्षमता बड़ी है।
मुख्य बातें
– आरबीआई के पूर्व गवर्नर डॉ. सुब्बाराव ने अपनी किताब में लिखा कि चिदंबरम ने उनकी मर्जी के खिलाफ और बिना परामर्श के लिक्विडिटी मैनेजर की नियुक्ति की।
– रिजर्व बैंक की मर्यादा है और गवर्नर को विवादों में लाना शोभा नहीं देता।
– पीएम और पार्टी पर हमला स्वाभाविक है लेकिन आरबीआई गवर्नर पर हमला नहीं करना चाहिए।
– डायरेक्ट ट्रांसफर से करीब 50 हजार रुपये बच रहे हैं।
– पेट्रोल पंप में 39 से 40 फीसदी लोग डिजीटल पेमेंट करने लगे हैं।
– सिर्फ असुविधा के चलते आगे बढ़ने से नहीं रूक सकते हैं।
– अब हर आदमी के पास कार्ड है और सब खुश हैं।
– शहरों में बहुत सारे परिवार अब ऑनलाइन बिजली का बिल दे रहे हैं।
– पीएम मोदी ने कहा, सवाल पूछने पर 70 साल का रिपोर्ट कार्ड दे रहे हैं।
– रेलवे की ऑन लाइन बुकिंग बढ़ी है।
– भीम एप से बिना पैसे लिए-दिए बिना लोग ट्रैसजेक्शन कर रहे हैं।
– धीरे-धीरे कैशलैस की तरफ बढ़ाना है।
– ज्योति बसु ने विमुद्रीकरण की सिफारिश की थी।
– ज्योति बसु ने कहा था कि क्या इंदिरा की सरकार कालेधन पर टिकी है।
– नोटबंदी दुनियाभर के अर्थशास्त्रियों के लिए केस स्टडी हो सकता है।
– पहली बार ऐसा हुआ कि जनता का मिजाज एक तरफ और नेताओं का मिजाज एक तरफ।
– पहली बार दिखा की देश का किसान कितना खुश है।
– डॉ.मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान इतने घोटाले हुए लेकिन एक भी दाग उन पर नहीं लगा।
– डॉ. मनमोहन जी का करीब 30-35 साल से भारत के आर्थिक निर्णयों के साथ सीधा संबंध रहा है।
– विश्व में कहीं इतना बड़ा निर्णय नहीं हुआ इसलिए दुनिया के अर्थशास्त्रियों के पास भी कोई मापदंड नहीं है।
– विश्व में कहीं इतना बड़ा निर्णय नहीं हुआ इसलिए दुनिया के अर्थशास्त्रियों के पास भी कोई मापदंड नहीं है।
– बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाने की कला सिर्फ मनमोहन सिंह के पास।