कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को अमेरिकी एच-1बी वीजा के मुद्दे पर चिंता जाहिर की। उन्होंने आईटी कंपनियों और पेशवरों को संरक्षण का दिए जाने की बात कही। ममता ने ट्वीट किया, “खबर एच-1बी वीजा से जुड़ी है। हमें अपनी आईटी कंपनियों और पेशवरों की रक्षा और उन्हें पूरा समर्थन देना चाहिए।”
ममता ने यह भी कहा, “भारत को अपने आईटी तकनीकी विशेषज्ञों की विश्व स्तरीय प्रतिभा पर गर्व है। उनके हितों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।”
केंद्र सरकार पहले ही अपनी चिंता से अमेरिका को अवगत करा चुका है। अमेरिकी कांग्रेस में एच-1बी वीजा से जुड़े नियमों में बदलाव के लिए एक विधेयक लाया गया है।
इससे भारतीय आईटी उद्योग और अमेरिका में काम कर रहे भारतीय तकनीकी विशेषज्ञों पर असर पड़ने की संभावना है।
कैलिफोर्निया के कांग्रेस सदस्य लोफग्रेन ने प्रतिनिधि सभा में हाई स्किल्ड इंटीग्रिटी एंड फेयरनेस एक्ट 2017 को पेश किया। इसमें एच-1बी वीजा धारकों के वेतन को दोगुना 130,000 डॉलर करने का प्रस्ताव किया गया। मौजूदा समय में यह राशि 60,000 डॉलर है। इससे भारतीय तकनीकी विशेषज्ञों पर असर पड़ सकता है।
इस विधेयक से कंपनियों को अमेरिकी कर्मचारियों की जगह भारतीय सहित विदेशी श्रमिकों के कम वेतन पर रखे जाने में मुश्किल आएगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, “भारत के हितों और चिंताओं को अमेरिकी प्रशासन और वरिष्ठ स्तर पर अमेरिकी कांग्रेस दोनों को अवगत करा दिया गया है।”