महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (MPCC) अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने बृहन्न मुंबई नगर पालिका (BMC) के चुनाव में शिव सेना का समर्थन करने का विरोध किया है। चौहान ने कहा कि जब तक शिव सेना राज्य सरकार में शामिल है तब तक कांग्रेस शिव सेना का समर्थन नहीं करेगी। दूसरी ओर मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक शिवसेना ने मेयर पद पर कब्जे के लिए कांग्रेस से समर्थन मांगा है। लेकिन कांग्रेस ने भी एक शर्त रख दी है। सूत्रों के अनुसार, नौ मार्च को होने वाले मेयर के चुनाव में समर्थन के बदले में उसने कांग्रेस को डिप्टी मेयर का पद देने का वादा किया है।

BMC चुनाव में किसी भी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है।

शिव सेना ने 84 और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 82 सीटें मिली हैं जबकि बीएमसी में सत्ता पर काबिज होने के लिए 114 सीटों की जरूरत है। शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे आज पार्टी के नए पार्षदों से मुलाकात करेंगे। ठाकरे ने पहले ही कहा कि उनकी पार्टी के नेता ही मेयर बनेगा।

चव्हाण के अलावा कांग्रेस के पूर्व सांसद गुरूदास कामत ने भी शिव सेना को समर्थन देने का विरोध किया है। कामत ने कहा कि हमारी पार्टी भाजपा और शिव सेना दोनों के खिलाफ चुनाव मैदानी में उतरी थी और दोनों के खिलाफ जनता ने हमें मतदान किया है लेकिन यदि अब शिव सेना का समर्थन करते हैं तो लोग हमें गालियां देंगे।

कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई थी। बैठक के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिवसेना फिलहाल राज्य सरकार में शामिल है। जब वह राज्य सरकार से खुद को अलग करेगी तब उसे बीएमसी में समर्थन देने पर विचार किया जाएगा।

एक तीर से दो निशाना

कांग्रेस ने एक तीर से दो निशाना साधा है। शिवसेना के समर्थन से ही फडणवीस सरकार सत्ता में है। अगर शिवसेना अपना समर्थन वापस ले लेती है तो फडणवीस सरकार अल्पमत में आ जाएगी। ऐसे में फडणवीस सरकार के सामने बहुमत का संकट आ जाएगा और बीएमसी में शिवसेना को समर्थन देकर वह भी सत्ता में आ जाएगी।

बीजेपी में मंथन

इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास वर्षा पर कल देर रात हुई बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में नगर निगम चुनावों के बाद की स्थिति की समीक्षा की गयी और बीएमसी के विकल्पों पर विचार किया गया।

बैठक से पहले मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि भाजपा बीएमसी के प्रशासन में पारदर्शिता के मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी। उन्होंने बीएमसी में कांग्रेस के साथ किसी तरह के गठजोड़ की संभावनाओं को खारिज कर दिया।

बीएमसी चुनावों में बीजेपी को 82 सीटें मिली हैं और शिवसेना आज तीन निर्दलीयों के समर्थन के साथ 87 के आंकड़े पर पहुंच गयी है। 227 सदस्यीय निगम में बहुमत के लिए 114 का जादुई आंकड़ा छूना होगा।

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