आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बाबूलाल मरांडी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बाबूलाल मरांडी ने संविधान की दसवीं अनुसूची को जलाने की बात कह कर अपनी असलियत जाहिर कर दी है। कहा कि इससे साफ स्पष्ट हो गया है कि झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो की संविधान के प्रति कोई आस्था नहीं है। संविधान के किसी अध्याय को जलाने की बात कह कर अलगाववादियों की भाषा बोल रहे हैं बाबूलाल मरांडी।

श्री शाहदेव ने कहा कि आप किसी निर्णय से सहमत या असहमत हो सकते हैं, लेकिन कोई निर्णय आपके विरोध में आता है, तो उसके बाद अगर आप संविधान के किसी अध्याय को जलाने की बात करते हैं, तो यह राष्ट्र का अपमान है। कहा कि बाबूलाल मरांडी को अपने इस ओछे बयान को तुरंत वापस लेते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने चाहिए। श्री शाहदेव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कम से कम बाबूलाल मरांडी को दलबदल के मुद्दे पर भाजपा को नैतिकता की बात नहीं सिखानी चाहिए।

भाजपा ने उन्हें एक साधारण से कार्यकर्ता मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन उन्हें भाजपा को छोड़ने के समय नीति सिद्धांत जैसी बातें याद नहीं रही। जब बाबूलाल भाजपा को छोड़कर खुद दल-बदल कर रहे थे, तब उस समय उनकी नैतिकता क्या हवा हवाई हो गयी थी? कहा कि स्पीकर के न्यायालय ने जो फैसला सुनाया है, उसपर इस तरह की हल्की बयानबाजी की उम्मीद एक पूर्व मुख्यमंत्री से नहीं थी।

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