रांची। लगभग चार वर्षों से ज्यादा समय के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का झारखंड दौरा दो मार्च को होनेवाला है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई राहुल के आगमन को लेकर उत्साहित है और जी जान से तैयारी में जुटी हुई है। झारखंड में कांग्रेस की कितनी पैठ है, यह राहुल की रैली में भीड़ के सहारे दिखाने का प्रयास होगा। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ परिवर्तन उलगुलान महारैली में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी, राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी भी मंच पर दिख सकते हैं। इन तीनों पार्टियों के अलावा सभी विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं को कांग्रेस मंच पर पहुंचने के लिए आमंत्रित करने जा रही है। कार्यक्रम की रूपरेखा तय होने के बाद इसका स्वरूप एक-दो दिनों में तय हो जायेगा।
कांग्रेस नेताओं के आपसी तालमेल का लिटमस टेस्ट होगा
इस रैली में महागठबंधन के साथ-साथ कांग्रेस नेताओं के आपसी तालमेल का भी लिटमस टेस्ट होगा। अभी कांग्रेस में एक दूसरे को नहीं सुहा रहे नेता जब राहुल गांधी के कार्यक्रम के बहाने एक मंच पर आयेंगे तो प्रदेश कांग्रेस के लिए यह संजीवनी का काम करेगा। यहां यह जिक्र करना जरूरी है कि कांग्रेस आलाकमान ने पिछले चार वर्षों से झारखंड को बट्टे खाते में डाल दिया था।
सच कहें तो पार्टी आलाकमान भूल गया था कि झारखंड भी कोई जगह है। एक भी बड़े नेता का कार्यक्रम देखने को नहीं मिला। हां यह भी सच है कि जब से आरपीएन सिंह को प्रदेश प्रभारी बनाया गया है, वह लगातार समय दे रहे हैं। उमर सिंघार भी उनका साथ दे रहे हैं। और इन लोगों की सक्रियता के सूत्रधार बने हैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार। झारखंड में जब मधु कोड़ा और हेमंत सोरेन की सरकार थी, कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की आवाजाही झारखंड में लगातार जारी रही। जयराम रमेश, अजय माकन हों या बीके हरिप्रसाद सभी झारखंड में समय देते थे। लेकिन जब से झारखंड में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है, इनमें से किसी ने भी झारखंड की अहमियत को नहीं समझा।
एक बार फिर चुनाव का समय आ गया है। राहुल गांधी ने झारखंड में आने का समय दिया है। बहरहाल, इस बीच रैली में भीड़ जुटाने को लेकर पार्टी की सभी इकाइयों को जिम्मेदारी सौंप दी गयी है। इसके अलावा जिलों से भीड़ जुटाने के लिए वरीय नेताओं और प्रभारियों को टारगेट दिया गया है। तैयारियों की निगरानी प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह स्वयं कर रहे हैं और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार विभिन्न इकाइयों से लगातार संपर्क में हैं। कांग्रेस का दावा है कि इस रैली में इतने लोग पहुंंचेंगे कि मोरहाबादी मैदान छोटा पड़ जायेगा। अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार रांची आ रहे राहुल गांधी की रैली को सफल बनाने के लिए रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में लगातार बैठकों का दौर चला।
जिला काग्रेस के अध्यक्षों, जोनल को-आर्डिनेटर, प्रदेश मीडिया विभाग, अग्रणी मोर्चा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष, विभाग एवं प्रकोष्ठ के चेयरमैन की बैठक बुलायी गयी थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रदेश काग्रेस के प्रभारी पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, सह प्रभारी मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री उमंग सिंघार, विधायक मैनुल हक, झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम मुख्य रूप से उपस्थित थे। झारखंड प्रदेश काग्रेस कमेटी के प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि राहुल गाधी के कार्यक्रम में राज्य के सभी स्तर के कांग्ां्रेस पदाधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य कर दी है। राजधानी रांची के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में व्यापक माहौल बनाने की तैयारी है। प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने सभी जिलाध्यक्ष एवं प्रकोष्ठों को रैली में अपने-अपने बैनर के साथ सभास्थल तक पहुंचने का निर्देश दिया है साथ ही जिलों में व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा है।
प्रदेश काग्रेस कमेटी प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव के मुताबिक काग्रेस के जिलाध्यक्षों को तमाम समितियों की उपस्थिति रैली में सुनिश्चित करने को कहा गया है। जोनल को-आॅर्डिनेटर रमा खलखो, अशोक चौधरी, केशव महतो कमलेश, सुलतान अहमद, भीम कुमार, मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर, राजीव रंजन प्रसाद, आलोक कुमार दुबे, शमशेर आलम, रणविजय सिंह, राजेश गुप्ता छोटू समेत अन्य लगातार राहुल की तैयारी को लेकर काम कर रहे हैं। प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली की सफलता को लेकर प्रदेश कांग्रेस अभियान समिति के चेयरमैन और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचने का लक्ष्य पदाधिकारियों को दिया है। सुबोधकांत सहाय ने कहा कि राहुल गांधी के कार्यक्रम में विपक्ष के सभी बड़े नेता मंच साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि महागठबंधन झारखंड और देश से भाजपा के सफाये के लिए बन रहा है। कहा कि तीन लाख से ज्यादा लोग राहुल गांधी को सुनने आयेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस इस बार नया इतिहास लिखेगी।
राहुल गांधी का कार्यक्रम मोरहाबादी मैदान में होना है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता लगातार क्षेत्र में काम कर रहे हैं। कुल मिलाकर राहुल गांधी का दौरा यह तय कर देगा कि झारखंड में महागठबंधन का परफोर्मेंस क्या होगा। इसमें कोई दो राय नहीं है कि राहुल गांधी कांग्रेस में व्याप्त दलदल को एक साथ बैठकर पार्टी हित में काम करने का संकल्प दिला सकते हैं। झारखंड में कांग्रेस के आधे दर्जन से ज्यादा ऐसे नेता हैं जिनका अपना प्रभाव क्षेत्र की राजनीति में है। सुबोधकांत सहाय, सुखदेव भगत, राजेंद्र सिंह, आलमगीर आलम, अजय कुमार, अरुण उरांव, प्रदीप कुमार बालमुचू, केएन त्रिपाठी सहित अन्य नेता ऐसे हैं, जिनकी पहचान झारखंड में बड़े नेता के रूप में है। कार्यकर्ता बेहिचक उनके दरवाजे पर आ-जा सकता है। झारखंड में इन नेताओं की आज भी चलती है। कांग्रेस के झारखंड में द्वितीय पंक्ति के नेता भी कम दमदार नहीं हैं। बात शशि भूषण राय, अजय नाथ शाहदेव, आलोक दुबे, विनय सिन्हा दीपू, समशेर आलम, अजय राय, राजेश गुप्ता छोटू, राजीव रंजन प्रसाद, राजेश ठाकुर, राकेश सिन्हा, जयशंकर पाठक सहित अन्य ऐसे नेता हैं जिनका कार्यकर्ताओं में चलता है। युवा नेताओं में देखा जाये तो कुमार गौरव, अनूप सिंह, संतोष सिंह, संजय पांडेय, कुमार राजा सहित कई अन्य हैं जो पार्टी के लिए लगातार काम कर रहे हैं। सब कुछ होते हुए यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल की रैली में प्रदेश कांग्रेस अपना वर्चस्व स्थापित कर पाती है या नहीं।