रांची। नाराज कांग्रेसी विधायक इरफान अंसारी के सुर अब नरम पड़ गये हैं। दिल्ली में गुरुवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदीप यादव का विरोध वह करते रहेंगे। एक न एक दिन सोनिया और राहुल गांधी यह मानेंगे कि मैं सही कह रहा था। उन्होंने कहा कि प्रदीप यादव किसी के नहीं हैं। एसे मौकापरस्त लोग पार्टी का भला नहीं कर सकते। झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी ने कहा कि निश्चित तौर पर मैंने कहा था कि प्रदीप यादव कांग्रेस में आते हैं तो, मैं अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दूंगा। इसी बात को ध्यान में रख कर आलाकमान ने मुझे बुलाया था।
अभी प्रदीप यादव की ज्वाइनिंग नहीं हुई
उन्होंने कहा कि जब किसी की ज्वाइनिंग होती है, तो उसे कांग्रेसी पट्टा पहनाया जाता है और रसीद कटवायी जाती है, लेकिन अभी तक इनकी ज्वाइनिंग नहीं हुई है। यह बात मुझे दिल्ली आकर पता चली है। आलाकमान ने मेरी बातों को गंभीरता से लिया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं बताऊंगा की क्या सिर्फ इरफान अंसारी पर ही तलवार चलेगी। अपनी परंपरागत लोकसभा सीट गोड्डा हमने त्यागी और लोकसभा के समय भी राहुल गांधी के सामने वादा किया गया था कि फुरकान साहब को राज्यसभा भेजेंगे।
अपनी तारीफ में कशीदे कढ़े विधायक ने
इरफान अंसारी ने कहा कि कोई पार्टी में अपने केस को मिटाने और स्वार्थ के लिए आयेगा तो हम बर्दाश्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में कांग्रेस पार्टी अच्छा कर रहा रही है, उसमें मेरे समाज का बहुत योगदान है। मुझे कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने के बाद मेरे समाज ने पूरी तरह गोलबंद होकर कांग्रेस को वोट दिया। उन्होंने कहा कि इतने कम उम्र में मैं डंडा खाया हूं और काम किया हूं तो जब समय आयेगा तो मलाई कोई और कैसे खायेगा।
वहीं, आगामी राज्यसभा चुनाव में दावेदारी पर कहा कि लोकसभा चुनाव के समय हमने अपनी परंपरागत गोड्डा सीट छोड़ी थी। उस समय राहुल जी, हेमंत सोरेन, बाबूलाल जी के सामने कहा गया कि गोड्डा लोकसभा की जगह फुरकान साहब को राज्यसभा भेजेंगे। उन्होंने कहा कि जब हम पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में हैं तो, पार्टी को वादा निभाना चाहिए और अब बिना किंतु-परन्तु के राज्यसभा भेजना चाहिए।
पिता को राज्यसभा भेजने के लिए हैं व्याकुल
इरफान अंसारी ने ढुल्लू महतो पर कहा कि मैं उनको अच्छे से जनता हूं। उन्होंने कहा कि सत्ता का दुरुपयोग बीजेपी ने अच्छे से किया है। गलत कार्य को सही करने का काम बीजेपी ने किया है, तो अब उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। प्रशासन को बीजेपी वालों ने पॉकेट में रखा था और इस वक्त राज्य में निष्पक्ष सरकार है।