New Delhi : पुलवामा हमले के एक साल बाद कश्मीर के लेथपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। इसमें शामिल होने वाले उमेश गोपीनाथ जाधव को सम्मानित किया गया है। उमेश जाधव ने शहीदों के घर-घर जाकर मिट्टी इकट्ठा की थी, उनका यह सफर प्रेरणादायी है।

पुलवामा हमले के एक साल बाद जेहन में उस काले दिन की यादें सिहरन पैदा कर रही हैं। हर कोई शहीद हुए जवान को अपने-अपने तरीके से याद कर रहा है। इस मौके पर कश्मीर के लेथपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप में शहीदों के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जा रही है। इस सभा में उमेश गोपीनाथ यादव विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। बेंगलुरु निवासी उमेश गोपीनाथ जाधव पेशे से म्यूजिशियन और फार्माकॉलजिस्ट हैं। पिछले एक साल से शहीदों को अनोखे तरीके से श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे हैं। इस दौरान वह शहीदों के घर गए और उनके गांव से मिट्टी इकट्ठा की।

उमेश ने लेथपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, ‘मुझे गर्व है कि मैं पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों से मिला और उनकी दुआएं लीं। मां-बाप ने अपने बेटे को खोया, पत्नियों ने अपने पतियों को, बच्चों ने अपने पिता को, दोस्तों ने अपने दोस्त को। मैंने उनके घर और श्मशान घाट जाकर मिट्टी इकट्ठा की।’

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