Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, May 24
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»जाट रेजिमेंट और दिल्ली पुलिस को मिला सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ते का पुरस्कार
    Breaking News

    जाट रेजिमेंट और दिल्ली पुलिस को मिला सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ते का पुरस्कार

    sonu kumarBy sonu kumarFebruary 15, 2021No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को गणतंत्र दिवस परेड-2021 का सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ते का पुरस्कार जाट रेजिमेंट को प्रदान किया। रक्षा मंत्रालय की निर्णायक समिति ने गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान तीनों सेनाओं में जाट रेजिमेंट की टुकड़ी को प्रथम घोषित किया था। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और अन्य सहायक बलों के बीच ​​दिल्ली पुलिस ​के ​मार्चिंग​ दस्ते को सर्वश्रेष्ठ चुना गया था​​। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज जाट रेजिमेंट और दिल्ली पुलिस को ट्रॉफी सौंपी। इस मौके पर सैन्य बलों के प्रमुख सीडीएस जनरल बिपिन रावत, सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे और रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार भी मौजूद थे। 
     
    ​गणतंत्र दिवस परेड-2021​ में हिस्सा लेने वाले मार्चिंग दस्ते, झांकियों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए ​एक निर्णायक समिति बनाई गई थी।​ मार्चिंग दस्ता निकालने वाली तीनों सेनाओं के बीच जाट रेजिमेंटल सेंटर को सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल के रूप में चुना गया था​। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इसका चयन ​​पैनल के आकलन और​ अन्य प्रतियोगियों की प्रतिस्पर्धी प्रस्तुति के परिणामों के आधार पर किया गया​​। ​इसी तरह ​​केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और अन्य सहायक बलों के बीच ​​दिल्ली पुलिस ​के ​मार्चिंग​ दस्ते को सर्वश्रेष्ठ चुना गया​​।
     
    ​​जाट रेजिमेंट भारतीय सेना की पैदल सेना का हि​​स्सा है​​।​ ​यह सबसे लंबे समय तक सेवारत और सबसे ​सुसज्जित रेजिमेंटों में से एक है। ​इस रेजिमेंट ने 1839 और 1947 के बीच 19 युद्ध सम्मान जीते हैं​​। स्वतंत्रता के बाद ​​जाट रेजिमेंट​ को पांच युद्ध सम्मान, आठ महावीर चक्र, आठ कीर्ति चक्र, 32 शौर्य चक्र, 39 वीर चक्र और 170 सेना पदक जीते हैं​​। अपने 200 साल के सेवा इतिहास के दौरान​ इस रेजीमेंट ने भारत और विदेशों में विभिन्न कार्यों में भाग लिया है, जिसमें प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध शामिल हैं। 
     
    ​इस ​रेजिमेंट की उत्पत्ति कलकत्ता नेटिव मिलिशिया से हुई थी, जिस​का गठन 1795 में ​किया गया था, जो बाद में बंगाल सेना की पैदल सेना की एक बटालियन बन गई। 1860 के बाद ब्रिटिश भारतीय सेना में जाटों की भर्ती में पर्याप्त वृद्धि हुई। द क्लास रेजिमेंट, द जाट्स, शुरू में 1897 में बंगाल सेना की पुरानी बटालियनों की पैदल सेना इकाइयों के रूप में बनाई गई थी। ​पहली बटालियन ​का गठन 1803 में 22वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री के रूप में ​किया गया था। ​इसके बाद ​दूसरी और तीसरी बटालियन क्रमशः 1817 और 1823 में ​गठित की ​गई थी। सभी तीन बटालियनों ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान कई सम्मान​जनक जीत ​हासिल की। जनवरी​,​ 1922 में भारतीय सेना की रेजिमेंटों के ​वर्गीकरण के समय 9वीं जाट रेजिमेंट का गठन चार सक्रिय बटालियनों और एक प्रशिक्षण बटालियन ​का ​विलय करके किया गया था​​।​ 
     
    ​देश की आजादी के बाद 1947-1948 के ​भारत​-पाकिस्तान युद्ध, 1962 के चीन-भारतीय युद्ध, 1965 और 1971 में पाकिस्तान के साथ संघर्ष और श्रीलंका एवं सोरचेन में जाट रेजिमेंट ​ने भाग लिया। 1999 के कारगिल युद्ध में​ जाट रेजिमेंट की बटालियनों में से पांच ने भाग लिया। ​जाट ​रेजिमेंट ने कोरिया और कांगो में संयुक्त राष्ट्र मिशनों में भी योगदान दिया है। यह आतंकवाद रोधी अभियानों में भी शामिल ​रही है और आजादी के बाद से भारतीय सेना ​का मजबूत हिस्सा है​​।​​​​​
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleममता का साथ छोड़ चुके दिनेश त्रिवेदी ने BJP में जाने के दिए संकेत, पीएम मोदी को जमकर सराहा
    Next Article महाराष्ट्रः जलगांव में ट्रक पलटने से 15 मजदूरों की मौत, 2 घायल
    sonu kumar

      Related Posts

      झारखंड की धोती-साड़ी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई : बाबूलाल

      May 23, 2025

      मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन से दो मेजर जनरल ने की मुलाकात

      May 23, 2025

      मेगा टिकट चेकिंग अभियान में 1021 यात्रियों से वसूला गया 5.97 लाख

      May 23, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • सवाल कर राहुल ने स्वीकारा तो कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर करवाई की
      • झारखंड की धोती-साड़ी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई : बाबूलाल
      • मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन से दो मेजर जनरल ने की मुलाकात
      • मेगा टिकट चेकिंग अभियान में 1021 यात्रियों से वसूला गया 5.97 लाख
      • न्यूजीलैंड की ऑलराउंडर हेले जेनसेन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास, 11 साल के करियर का अंत
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version