– अभ्यास में फिनलैंड, स्वीडन, दक्षिण अफ्रीका, संयुक्त राज्य अमेरिका और सिंगापुर की वायु सेनाएं भी भाग लेंगी
– भारत के पांच मिराज-2000 लड़ाकू विमान और मिड एयर रिफ्यूलर विमान आईएल-78 हवा में दिखाएंगे करतब
नई दिल्ली। लंदन के वैडिंगटन में 06 से 24 मार्च तक बहुराष्ट्रीय ‘कोबरा योद्धा अभ्यास’ होगा। इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भारतीय वायु सेना रविवार को गुजरात के जामनगर वायु सेना स्टेशन से 145 एयर वॉरियर्स के साथ रवाना हो गई है। इस अभ्यास में भारत के 5 मिराज-2000, दो सी-17 ग्लोबमास्टर और एक मिड एयर रिफ्यूलर विमान आईएल-78 हिस्सा लेंगे। इस अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाली वायु सेनाओं के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना है, जिससे युद्ध क्षमता में वृद्धि और दोस्ती के बंधन मजबूत होंगे।
‘कोबरा योद्धा अभ्यास’ के दौरान भारतीय वायु सेना के पांच मिराज-2000 लड़ाकू विमान यूनाइटेड किंगडम के आसमान में उड़ान भरेंगे। परिवहन विमान सी-17 ग्लोबमास्टर इंडक्शन और डी-इंडक्शन के लिए वायुसेना को आवश्यक परिवहन सहायता देगा। इसके अलावा मिड एयर रिफ्यूलर विमान आईएल-78 अभ्यास में मध्य हवा में ईंधन भरने का प्रदर्शन करेगा। आमतौर पर भारतीय वायुसेना विदेशी अभ्यासों के लिए अपने रूसी लड़ाकू विमान सुखोई-30एमकेआई को भेजती है, लेकिन इस बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास में मिराज-2000 की तैनाती कई मिसालें कायम करेगी।
‘कोबरा योद्धा अभ्यास’ पिछले साल रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध की भेंट चढ़ गया था, 06 से 27 मार्च तक होने वाले इस अभ्यास में भारतीय वायु सेना के पांच लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस और अन्य लड़ाकू विमानों को भी हिस्सा लेना था। एलसीए तेजस के लिए पहला मौका था, जब उसे किसी अंतरराष्ट्रीय युद्धाभ्यास में हिस्सा लेना था। तेजस पिछले कुछ वर्षों से भारतीय वायुसेना के आंतरिक अभ्यास और कई एयर शो में भाग ले रहा है। अब भारत का लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस पहली बार देश के बाहर यूएई में 27 फरवरी से शुरू होने वाले एक्सरसाइज डेजर्ट फ्लैग में अंतरराष्ट्रीय हवाई अभ्यास में हिस्सा लेगा।