-इडी करेगी पूछताछ, पेन ड्राइव में छिपा है राज
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की कोर्ट ने ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को पांच दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अब इडी उनसे अवैध कमाई के बारे में पूछताछ करेगी। गौरतलब है कि इडी ने दो दिनों तक वीरेंद्र राम के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इडी को अकूत संपत्ति की जानकारी मिली। इसके बाद वीरेंद्र राम को बुधवार को हिरासत में ले लिया गया था। इडी ने गुरुवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से पांच दिन के न्यायिक हिरासत की अनुमति मिली।
अवैध कमाई से इक्कठी की अकूत संपत्ति:
वीरेंद्र राम लंबे समय से इडी की रेडार पर थे। इडी ने मंगलवार को रांची, जमशेदपुर, दिल्ली समेत अन्य जगहों पर उनके 24 ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह छापेमारी बुधवार तक जारी रही। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान इडी को 100 करोड़ से अधिक के अवैध कमाई के सबूत मिले। छापेमारी में 1.50 करोड़ के जेवहरात, हीरे का हार समेत 30 लाख रुपये नगद मिले। इसके अलावा भारी मात्रा में निवेश के कागजात भी मिले हैं। वीरेंद्र राम अवैैध कमाई से पूरे एशोआराम का जीवन जी रहे थे। उनका पूरा परिवार फ्रांस से आया पानी पीता है। करोड़ो रुपये के माकन दिल्ली में खरीदा है। कई लग्जरी गाड़ियों के मालिक हैं।
सदर अस्पताल में जांच के बाद कोर्ट में किया पेश:
इडी ने वीरेंद्र राम को बुधवार शाम को हिरासत में लिया था। उन्हें रांची के जोनल कार्यालय लाया गया, जहां पूछताछ की गयी। सूत्रों के मुताबिक वीरेंद्र राम ने अब तक पूछताछ में बहुत अधिक सहयोग नहीं किया है। इडी ने गुरुवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया और फिर सदर अस्पताल ले कर गयी। वहां स्वास्थ्य जांच के बाद वीरेंद्र राम को पीएमएलए के विशेष कोर्ट में पेश किया गया।
इडी ने 10 के रिमांड की मांग की थी:
पीएमएलए के विशेष कोर्ट में इडी ने वीरेंद्र राम से पूछताछ के लिए 10 दिन के रिमांड की मांग की। दोनों पक्षों की ओर से बहस के बाद कोर्ट ने उन्हें पांच दिन के रिमांड की अनुमति दी। इस दौरान इडी उनसे पूछताछ कर सकेगी। साथ ही रिमांड अवधि के दौरान वीरेंद्र राम के परिजन और वकील को उनसे रोजाना मुलाकात करने की अनुमति भी दी गयी।
पेन ड्राइव में छिपे हैं कई राज:
सूत्रों के मुताबिक वीरेंद्र राम ने अपनी आमदनी का एक बड़ा हिस्सा कर्ज के तौर पर दिखाया है, लेकिन जांच के दौरान कर्ज देने वाली संस्थाओं का कोई अस्तित्व नहीं मिला। सूत्रों के मुताबिक सीए के जरिए उन्होंने कई शेल कंपनियों में निवेश कर रखा है। इडी को मनी लांड्रिंग का सबूत भी हाथ लगे हैं। इडी को छापेमारी में एक डायरी और एक पेन ड्राइव भी बरामद किया है। सूत्रों के मुताबिक इस डायरी और पेन ड्राइव में कोडवर्ड में नेताओं और ब्यूरोक्रेट से लेनदेन के हिसाब लिखे हैं। इसमें ठेकेदारों से पैसे लेने से लेकर नेताओं तक कट मनी पहुंचाने का भी जिक्र है। उनके वीआइपी संबंधों की बी इडी को जानकारी मिली है। इडी इन सभी बातों को लेकर अब वीरेंद्र राम से पूछताछ करेगी।