पटना। महागठबंधन की बिहार के पूर्णिया में होने वाली रैली को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि महागठबंधन ने कांग्रेस से बदला लेने की भावना से जानबूझ कर 25 फरवरी को रैली पूर्णिया में रखी है। 24-25 फरवरी से रायपुर में कांग्रेस का खुला महाधिवेशन है और 25 फरवरी को ही पूर्णिया में महागठबंधन की रैली है। ऐसे में कांग्रेस का कोई वरिष्ठ नेता शामिल नहीं हो सके। इसलिए यह तारीख रखी गयी है।
सुशील मोदी ने गुरुवार को कहा कि नीतीश कुमार कांग्रेस से बदला ले रहे हैं। नीतीश कुमार को कांग्रेस ने भाव नहीं दिया और सोनिया गांधी से जब नीतीश-लालू मिलने गए तो उन्हें 5 मिनट में ही निपटा दिया गया। इससे नाराज जदयू को कोई नेता भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं हुआ। अब पूर्णिया रैली को रायपुर अधिवेशन के दौरान रख बदला साधा जा रहा है।
महागठबंधन की पूर्णिया रैली को उन्होंने ओवैसी को जवाब देने के लिए बुलाई गयी रैली कहा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में ओवैसी के कारण दर्जनों सीटों पर राजद को पराजय देखनी पड़ी और ओवैसी के 5 विधायक पूर्वांचल में जीत गए। कटिहार, पूर्णिया में जदयू की जीत भाजपा के कारण हुई। उसमें नीतीश कुमार की कोई भूमिका नहीं है। पूर्वांचल की महागठबंधन की रैली अपने मुस्लिम वोटों को एकजुट रखने की कवायद है।