-नियोजन नीति, पांकी दंगा, वीरेंद्र राम समेत कई मुद्दों को विधायकों ने उठाया
-भाजपा ने नियोजन नीति पर किया प्रदर्शन, तो अनोखे अंदाज में पहुंचे झामुमो विधायक लोबिन हेब्रम
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड विधानसभा बजट सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन था। सदन की कार्यवाही सत्ता-पक्ष और विपक्ष के थोड़ी बहुत नोकझोंक के बीच कुल मिलाकर शांतिपूर्ण ढंग से चली। प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण में सदस्यों ने अपनी बात रखी। वहीं सरकार ने सदस्यों के सवालों का जवाब भी दिया। दूसरी पाली में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में भी सदस्यों ने अपनी बात रखी। हालांकि विपक्ष ने नियोजन नीति, पांकी संप्रदायिक दंगा, चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी समेत कई मुद्दों को उठाया और सरकार को घेरने की कोशिश की।
भाजपा ने किया प्रदर्शन, लोबिन ने भी जताया विरोध:
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा ने नियोजन नीति को लेकर भाजपा ने प्रदर्शन किया। भाजपा विधायकों ने राज्य में नियोजन नीति लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। भाजपा विधायकों ने कहा कि स्थानीय और नियोजन नीति के नाम पर हेमंत सरकार ने राज्य के युवाओं के साथ क्रूर मजाक किया है। उन्होंने कहा कि युवाओं का भविष्य बर्बाद करने वाले मुख्यमंत्री इस्तीफा दें। वहीं, झामुमो विधायक लॉबिन हेब्रम ने भी नियोजन नीति, स्थानीयता, सीएनटी-एसपीटी आदि मुद्दों पर सरकार पर नाराजगी जाहिर की। वह कांवर लेकर विधानसभा पहुंचे थे। कांवर में दोनों ओर मटका लगा हुआ था। उन्होंने कहा इसमें सरकार की नीतियां पक रही हैं।
प्रश्नकाल में विधायकों ने उठाये मुद्दा:
प्रशनकाल में विधायकों ने कई मुद्दों को उठाया। विधायक इरफान अंसारी ने जामताड़ा में उर्दू शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति का मामला उठाया। भाजपा जेपी पटेल ने वित्त रहित शिक्षण संस्थानों के शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मियों के महंगाई भत्ते का मामला, दीपिका पांडेय ने समावेशी शिक्षा के अंतर्गत कार्यरत रिसोर्स शिक्षक फिजियोथेरेपी शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने, मथुरा महतो ने 10+2 के विद्यालयों में राजनीतिशास्त्र, समाजशास्त्र सहित अन्य विषयों के शिक्षकों की नियुक्ति, भानु प्रताप शाही ने भवनाथपुर टाउनशिप में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की स्थापना, अमित यादव ने मॉडल विद्यालयों में छात्रावास की सुविधा देने का मामला उठाया। सरकार के मंत्रियों ने सदस्यों के सवालों का जवाब दिया।
पांकी संप्रदायिक दंगा और वीरेंद्र राम का मामाला उठा:
भाजपा विधायक शशिभूषण मेहता ने पांकी के में दो गुटों के बीच हुए बवाल मामले को सदन में उठाया। इस मामले में विधायक ने दोषियों की पहचान और उन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। विधायक वीरंची नारायण ने उन्होनें सवाल किया कि सरकार बताए कौन है वीरेंद्र राम, किन दो मंत्रियों का संरक्षण इन्हें प्राप्त है।