जिला अदालत ने बुधवार को अपने फैसले में ज्ञानवापी के एक तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा की इजाजत दे दी। जज डॉ अजय कृष्ण विश्वेश ने अपने ऐतिहासिक फैसले में व्यास तहखाने (दक्षिणी तहखाना) में स्थित मूर्तियों की पूजा, राग-भोग करने की इजाजत दी है। फैसला आते ही 31 साल बाद देर रात व्यास के तहखाने में दीप जलाया गया। वाराणसी जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कृष्ण विश्वेश का यह आखिरी फैसला था। 31 जनवरी को इसे सुनाने के बाद वह रिटायर हो गए। अपनी न्यायिक सेवा के आखिरी दिन यह फैसला देकर अजय कृष्ण विश्वेश ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया।

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