मदरसा शिक्षाकर्मियों को पूरा वेतनमान मिले: मुस्तफा
बिहार की तर्ज पर 46 मदरसा के शिक्षकों को वेतन मद में अनुदान दें: कासमी
रांची। मदरसा शिक्षक महासंघ झारखंड का अधिकार सम्मेलन सोमवार को अंजुमन प्लाजा सभागार में हुआ। इसमें प्रस्वीकृत 46 मदरसा और 38 संस्कृत विद्यालय में कार्यरत शिक्षाकर्मियों को वेतनमान में अनुदान देने की मांग की गयी। अध्यक्ष मौलाना मुस्तफा कासमी ने कहा कि संयुक्त बिहार के समय में संचालित 46 मदरसा और संस्कृत के 38 विद्यालयों को झारखंड सरकार ने स्वीकृति दी थी। मदरसा-संस्कृत विद्यालय को प्रति वर्ष एक लाख 80 हजार से तीन लाख 60 हजार अनुदान मिलता है। शिक्षकतर कर्मियों को प्रतिमाह दो से तीन हजार ही अनुदान मिल पाता है। मांग है कि मदरसा शिक्षाकर्मियों को पूरा वेतनमान दिया जाये। कहा की बिहार की तर्ज पर नियमावली 1980 के अनुसार प्रस्वीकृत के बाद अनुदान मिले।
मौके पर बतौर मुख्य अतिथि अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष शमशेर आलम ने कहा कि मदरसा शिक्षक की जितनी भी समस्याएं हैं, उसको लेकर विभाग के स्तर पर बात कर समस्याओं को दूर करने का काम करेंगे। मांग जायज है। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पास मांग को रखूंगा। हक और अधिकार को दिला कर रहूंगा। इस मौके पर इस्लामिया के सदर मुख्तार अहमद ने कहा कि मदरसा के शिक्षक और कर्मियों की समस्या को झारखंड सरकार दूर करने का काम करे। मौके पर गुलाम मुस्तफा कासमी, मौलाना सिराज, मौलाना मंसूर, कारी शाहिद जमाल, हाफिज साजिद, मोहम्मद असादुल्लाह, मौलाना मुश्ताक, जुल्फिकार कादिर, फजरुल कादिर, अब्दुल वहाब, मौलाना शमीम, तय्यब अली, मौलाना शमसुद्दीन, कारी वसीम, कारी कमरूजमा समेत अन्य जिलों के शिक्षाकर्मी उपस्थित थे।

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