रांची। आज चंपाई कैबिनेट का विस्तार होना है। कांग्रेस अपने मंत्रियों में किसी भी तरह के फेरबदल को तैयार नहीं है। पुराने मंत्रियों को ही कैबिनेट में जगह दी जाएगी। फिलहाल कांग्रेस के 10 विधायक सर्किट हाउस में है। बाकि विधायकों को फोन पर जोड़ा गया है। सूचना मिल रही है कि मंत्रिमंडल में फेरबदल नहीं होने की वजह से सारे विधायक नाराज हैं। विधायकों ने आलमगीर आलम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायकों की मांग है कि आलमगीर आलम को विधायक दल के नेता के पद से हटाया जाए। कांग्रेस के सारे विधायकों में काफी आक्रोश है। दरअसल सारे विधायकों को उम्मीद थी कि उनको इस बार मंत्रीपद मिलेगा लेकिन पार्टी ने इसके इतर ही फैसला लिया है।

तीन विधायकों को बुलावा आया 

तीन पूर्व मंत्रियों को राजभवन से बुलाया भी आ गया है। इससे कहीं ना कहीं यह स्पष्ट होता नजर आ रहा है कि कांग्रेस अपनी तरफ से मंत्रिमंडल में कोई फेरबदल नहीं करने जा रहा है। पुराने मंत्रियों को ही चंपाई कैबिनेट में जगह दी जाएगी। पुराने तीन मंत्रियों में रामेश्वर उरांव, बादल पत्रलेख और बन्ना गुप्ता को बुलाया गया है। एक मंत्री आलमगीर आलम पहले ही शपथ ले चुके हैं। कहा जा रहा है कि चुनाव से पहले कांग्रेस किसी तरह कि रिस्क नहीं लेना चाहता है। इसलिए बहुत संभव है कि कैबिनेट में पुराने चेहरों को ही जगह मिले।

कई नामों की चर्चा थी

हालांकि अब तक कई नामों की चर्चा थी जिसे मंत्रिमंडल में शामिल करने की बात कही जा रही थी, जैसे प्रदीप यादव, अनुप सिंह, दीपिका पांडेय सिंह, पूर्णिमा नीरज सिंह, अंबा प्रसाद लेकिन आलाकमान चुनाव से पहले किसी भी नये नाम पर दांव खेलने की मूड में नहीं है।

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