देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा का सत्र 05 फरवरी (सोमवार) से प्रारंभ होने जा रहा है। विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में एक दिन के एजेंडे पर मुहर लगाई गई है। इस सत्र को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। सत्र की अवधि 5 से 8 फ़रवरी तय की गयी है।

रविवार को विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति के साथ ही सर्वदलीय नेताओं के साथ बैठक हुई। कार्यमन्त्रणा बैठक में कल के सत्र संचालन को लेकर विभिन्न कार्यसूची पर चर्चा हुई। सत्र के पहले दिन तो सदन के दिवंगत सदस्य व दिवंगत पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दलों के नेताओं से सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण ढंग से संचालित करने के लिए सहयोग की अपील की। उन्होंने बताया कि विधानसभा सत्र नियमित अन्तराल में आहूत किया जाता है,लेकिन कभी -कभी विशेष परिस्थितियों में विधानसभा द्वारा विशेष सत्र का आह्वान भी किया जाता है। बैठक में चर्चा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दलीय नेताओं से सत्र को व्यवस्थित एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संचालित करने की अपील की।

बैठक में मंत्री सुबोध उनियाल, कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, बसपा के नेता शहजाद, कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह, भाजपा विधायक खजान दास उपस्थित रहे।

कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कार्य मंत्रणा समिति में अभी पहले ही दिन की कार्य योजना तैयार की गई है। सरकार इस सत्र में यूसीसी विधेयक को भी पटल रखना चाहती है। कांग्रेस ने यूसीसी पर विधानसभा में विस्तृत चर्चा कराने की मांग उठाई है। यूसीसी जैसे अहम विधेयक को देखते हुए सरकार से सत्र की अवधि बढ़ाने का भी अनुरोध किया गया है।

यशपाल आर्य ने बताया कि सरकार इस सत्र को विशेष सत्र बताकर प्रश्नकाल को टालने का प्रयास कर रही है। शेष दिनों में विधायी कार्य के साथ ही सत्र में प्रश्नकाल चले। विधायक अपने अपने क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को सदन में उठा सकें।

विधानसभा के इस सत्र और सत्र में पेश होने वाले यूसीसी बिल के संभावित विरोध को देखते हुए विधानसभा भवन की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी। कुछ संगठन यूसीसी बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। विधानसभा भवन के आसपास स्थित टावरों, पानी की टंकियों, टेलीफोन टावरों आदि पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, टैक्सी स्टैंड, मुख्य बाजार, पार्क, होटल, धर्मशालाओं, धार्मिक स्थलों आदि में संदिग्ध व्यक्तियों/वस्तुओं पर सतर्क दृष्टि रखने हेतु पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे। इसके लिए जिले को अतिरिक्त पुलिस बल उपलब्ध करा दिया गया है। विधानसभा सत्र के दौरान यातायात भी डायवर्ट किया गया है।

जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि विधानसभा परिसर के चारों ओर 300 मीटर की परिधि में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता क धारा-144 लागू रहेगी। सार्वजनिक स्थान, चौराहे या अन्य जगह पांच या इससे अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं होंगे। समूह में बस, ट्रैक्टर-ट्रॉली या दोपहिया और चौपहिया वाहनों के एकत्र होने पर भी प्रतिबंध लगाया जाता है। केवल अनुमति प्राप्त जुलूस बन्नू स्कूल से चलेंगे।

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