बुखारेस्ट। रोमानिया के राष्ट्रपति क्लॉस इओहानिस ने सोमवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह फैसला तब आया जब विपक्षी हार्ड-राइट संसदीय दलों ने उनके खिलाफ महाभियोग चलाने की योजना बनाई थी। राष्ट्रपति का इस्तीफा देश में पहले से चल रहे राजनीतिक संकट को और गहरा कर सकता है।

राष्ट्रपति इओहानिस का दूसरा और अंतिम कार्यकाल आधिकारिक रूप से 21 दिसंबर 2024 को समाप्त होने वाला था। हालांकि, रोमानिया की सर्वोच्च अदालत ने चुनाव में संभावित रूसी हस्तक्षेप के संदेह के कारण राष्ट्रपति चुनाव को रद्द कर दिया। अदालत के इस फैसले के बाद इओहानिस को उत्तराधिकारी चुने जाने तक पद पर बने रहने के लिए कहा गया था।

विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति पर असंवैधानिक रूप से पद पर बने रहने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ महाभियोग चलाने की प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की। इसके जवाब में, इओहानिस ने स्वेच्छा से पद छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने यह फैसला दो महीने पहले सर्वोच्च अदालत के राष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया को रद्द करने के आदेश के बाद लिया। राष्ट्रपति क्लॉस इओहानिस ने कहा कि रोमानिया को संकट से बचाने के लिए मैं राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं 12 फरवरी को पद छोड़ दूंगा। उनके इस कदम से देश में नेतृत्व को लेकर एक नई अनिश्चितता पैदा हो गई है।

रोमानिया की सर्वोच्च अदालत ने दिसंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव को रद्द कर दिया था। अदालत के अनुसार, चुनावों में विदेशी शक्तियों, विशेष रूप से रूस, द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के सबूत मिले थे। इस फैसले ने देश में राजनीतिक माहौल को अस्थिर और तनावपूर्ण बना दिया।

संविधान के अनुसार, यदि राष्ट्रपति पद खाली होता है, तो सीनेट के अध्यक्ष या निचले सदन के अध्यक्ष को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया जा सकता है। हालांकि, विपक्ष और सत्तारूढ़ दलों के बीच सहमति न होने के कारण यह प्रक्रिया जटिल हो सकती है।

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