भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे चौथे मैच के तीसरे दिन भारत ने अपनी जीत लगभग पक्की कर ली है। भारत को मैच जीतने के लिए अब केवल 87 रनों की जरूरत है। तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 106 रनों का टारगेट दिया था जिसके जवाब में खेल खत्म होने तक भारत ने बिना विकेट गवाए 19 रन बना लिए हैं।
तीसरे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 137 रन पर समेट दिया जिससे बाद जीत के लिए उसे 106 रन का लक्ष्य मिला। ऑस्ट्रेलिया ने पहले सेशन में भारत की पहली पारी को 332 पर ढेर कर दिया था, लेकिन चायकाल के कुछ देर बाद भारत ने मेहमान टीम की दूसरी पारी को 53.5 ओवर में 137 के मामूली स्कोर पर ही ढेर कर दिया। पहली पारी में भारत को मिली 32 रन की बढ़त भी काफी महत्वपूर्ण साबित हुई और ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 105 रन की बढ़त ही हासिल कर सका।
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सीरीज में 1-1 से बराबरी पर चल रहीं भारतीय टीम को अब जीत के लिये 106 रनों के लक्ष्य का सामना करना होगा। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में अकेले ग्लेन मैक्सवेल की 45 रन की पारी ही सर्वाधिक रही जबकि मैथ्यू वेड 25 रन पर नाबाद लौटे।
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ऑस्ट्रेलिया ने चाय तक 92 रन पर अपने 5 विकेट गंवाये थे और उसके शेष विकेट 31 रन के अंतर पर गिर गए। ऑस्ट्रेलियाई पारी को सस्ते में निपटाने का श्रेय भारतीय गेंदबाजों को जाता है जिनमें स्पिनरों लेफ्ट आर्म स्पिनर जडेजा ने 24 रन पर तीन विकेट और ऑफ स्पिनर अश्विन ने 29 रन पर तीन विकेट लिये। तेज गेंदबाज उमेश यादव ने 29 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। भुवनेश्वर कुमार ने 27 रन पर एक विकेट निकाला।
ऑस्ट्रेलिया के लिए भारत को पहली पारी में 32 रन की बढ़त देना भी काफी महंगा पड़ गया और उसे दूसरी पारी में एक एक रन के लिए जूझना पड़ गया। मेहमान टीम की शुरूआत काफी खराब रही और इस सीरीज में लगातार खराब फार्म से जूझ रहे डेविड वार्नर यादव के हाथों चौथे ही ओवर में मात्र 6 रन बनाकर पवेलियन लौट गये। इसके बाद अन्य तेज गेंदबाज भुवनेश्वर ने कप्तान स्टीवन स्मिथ को बोल्ड कर दूसरा विकेट भी सस्ते में गिरा दिया।
स्मिथ 15 गेंदों में तीन चौके लगाकर 17 रन ही बना पाये थे। ऑस्ट्रेलियाई कैप्टन भुवनेश्वर की शॉर्ट बॉल पर आउट होने के साथ ही इस सीरीज में अपने 500 रन पूरे करने से मात्र एक रन भी दूर रह गये। इसी स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका सलामी बल्लेबाज मैट रेनशॉ(8) के रूप में लगा जब यादव ने उन्हें भी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों आउट करा दिया।
पीटर हैंड्सकोंब 18 रन बनाकर अश्विन की गेंद पर अजिंक्या रहाणे को कैच दे बैठे और ऑफ स्पिनर ने इस मैच में अपना दूसरा विकेट झटका।
हैंड्सकोंब ने 46 गेंदों में तीन चौके लगाये। उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल के साथ चौथे विकेट के लिये 56 रन की एकमात्र अहम अर्धशतकीय साझेदारी की। मैक्सवेल ने 60 गेंदों में 6 चौके और 1 छक्का लगाकर 45 रन बनाये जो दूसरी पारी में किसी बल्लेबाज का सर्वाधिक स्कोर रहा।
शॉन मार्श एक ही रन बनाकर जडेजा की गेंद पर चेतेश्वर पुजारा को कैच दे बैठे और भारत ने 92 रन पर ऑस्ट्रेलिया के पांच विकेट निकाल लिये। चाय के बाद मैक्सवेल अपने अर्धशतक को पूरा करने से मात्र पांच रन दूर रह गये और अश्विन ने उन्हें एलबीडब्ल्यू कर 106 रन पर मेहमान टीम को छटा झटका दे दिया।
ऑस्ट्रेलिया के लगातार विकेट गिरते रहे और उसके आखिरी तीनों बल्लेबाज स्टीव ओ कीफे, नाथन लियोन तथा जोश हेजलवुड सभी शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौटे। अश्विन ने हेजलवुड को एलबीडब्ल्यू कर ऑस्ट्रेलिया की पारी को 137 रन पर समेट दिया। मैथ्यू वेड 90 गेंदों में दो चौके लगाकर 25 रन पर नाबाद लौटे। यह ऑस्ट्रेलिया की दूसरी बड़ी पारी भी रही।