संवाददाता
धनबाद। पूर्व डिप्टी मेयर सह कांग्रेस के युवा नेता नीरज सिंह का बुधवार को दामोदर नदी के मोहलबनी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। उनके छोटे भाई एवं धनबाद के डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह ने मुखाग्नि दी। नीरज के घर रघुकुल से निकली शवयात्रा में समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी। नारेबाजी के दौरान विधायक संजीव सिंह, ब्रजेश सिंह के खिलाफ जनाक्रोश दिखा। साथ ही पुलिस-प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की गयी।
इधर, विपक्षी दलों ने नीरज की मौत के बाद गुुरुवार को धनबाद बंद बुलाया है। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में युवाओं के एकत्रित होने और हत्या को लेकर उत्पन्न आक्रोश के मद्देनजर सभी प्रमुख संवेदनशील इलाके में दंडाधिकारियों के नेतृत्व में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी थी। वहीं झरिया के भाजपा विधायक संजीव सिंह के घर सिंह मेंशन की भी सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।
शवयात्रा निकलते ही नारों की गूंज
रघुकुल स्थित पैतृक आवास से जैसे ही शव यात्रा निकली, नीरज सिंह अमर रहे के नारे गूंजने लगे। इससे पहले शव को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम दर्शन के लिए रघुकुल में रखा गया था, जहां शोक सभा हुई। आवास पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, कांग्रेसी नेता मन्नान मल्लिक, मासस विधायक अरूप चटर्जी समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी।
आज धनबाद बंद
हत्याकांड के खिलाफ कांग्रेस ने 23 मार्च को धनबाद बंद का आह्नान किया है। इस बंद को झाविमो, भाकपा, माकपा समेत अन्य राजनीतिक दलों और संगठनों का भी समर्थन प्राप्त है। मजदूर संगठन इंटक के नेता राजेंद्र सिंह ने भी बंद का समर्थन किया है।
फॉरेंसिक टीम, सीआइडी और एसआइटी की जांच तेज
नीरज सिंह हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में एसआइटी की टीम लगी है। डीजीपी ने हत्या के बाद ही एसआइटी का गठन किया था। वहीं सीआइडी और फॉरेंसिक की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर छानबीन की। पुलिस ने घटनास्थल को बैरिकेड्स लगाकर सील कर दिया है। जांच दल के सदस्यों ने नीरज सिंह के वाहन की जांच के अलावा अन्य साक्ष्य एकत्रित किये। पुलिस का दावा है कि अहम सुराग मिले हैं। जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी होगी।
मां ने एसएसपी को कहा मार देंगे, भाग जाओ
नीरज की मां, मौसी और परिजनों का आक्रोश चरम पर दिखा। इससे संबंधित एक वीडियो भी वायरल हुआ है। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के गेट पर नीरज की मां एसएसपी को देखते ही और भड़क गयीं। उन्होंने कहा कि मार देंगे भाग जाओ। इसके बाद एसएसपी उल्टे पांव लौट गये। इधर, आवास में भी मां लगातार कह रही थीं-संजीवा हमरा बबुआ के मार देहलस, एही खातिर रामाधीरवा सरेंडर कइलस रहे…।