प्रत्याशियों की घोषणा पर पेंच, मुर्मू की दो पत्नियां, झामुमो के माथे पर बल
स्वर्गीय अनिल मुर्मू की दो पत्नियां होने के कारण झामुमो के माथे पर बल पड़ गया है। झामुमो नेता स्वर्गीय अनिल की पहली पत्नी यूनिक यूडेरा हांसदा के संपर्क में पहले से ही हैं। इससे क्षेत्र में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि उन्हें झामुमो अपना प्रत्याशी बना सकता है। यूनिक यूडेरा हांसदा भी चुनाव लड़ने के लिए लगभग तैयार हैं। उधर मुर्मू की दूसरी पत्नी निशा शबनम मुर्मू भी चुनाव की घोषणा के बाद सक्रिय हो गयी हैं। वह भी उम्मीद जता रही हैं कि झामुमो उन्हें ही अपना उम्मीदवार बनायेगा। इस बाबत वह सार्वजनिक रूप से कह चुकी हैं कि उन्हें गुरुजी और हेमंत दादा पर पूरा विश्वास है। वे उनके साथ न्याय जरूर करेंगे।
सीधे मुकाबले के आसार
इस बार उप चुनाव में झामुमो और भाजपा के बीच सीधे मुकाबले की संभावना जतायी जा रही है। झामुमो अपना गढ़ बचाने के लिए पूरी ताकत झोंकेगा, वहीं भाजपा संथाल में अपनी उपस्थिति और मजबूत बनाने की कोशिश करेगी। मौजूदा भाजपा सरकार के पास साख बढ़ाने की चुनौती है। दोनों ही दल कम समय के बावजूद कई मैराथन बैठकों के बाद ही अपने-अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करेंगे। बहरहाल, झामुमो की ओर से शिबू सोरेन के पुत्र बसंत सोरेन, दिवंगत अनिल मुर्मू की पहली पत्नी यूनिक यूडेरा हांसदा के अलावा क्षेत्र का 1977 से नेतृत्व कर चुके साइमन मरांडी का भी नाम भी प्रत्याशी के रूप में चर्चा में है। वहीं भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू दानियल किस्कू प्रमुख दावेदार हो सकते हैं।
नामांकन 21 मार्च तक
17 जनवरी को लिट्टीपाड़ा विधायक डॉ अनिल मुर्मू के निधन के बाद खाली हुई सीट पर नौ अप्रैल को चुनाव होगा। चुनाव के मद्देनजर 21 मार्च तक नामांकन पर्चा दाखिल किया जा सकेगा, जबकि स्क्रूटनी 22 को होगी, 24 मार्च तक नाम वापस लिये जायेंगे।