राजस्थान की तनुश्री पारीक देश की पहली बीएसएफ महिला अधिकारी बन गई हैं। बीएसएफ अकादमी में शनिवार को हुए दीक्षांत समारोह में के बाद तनुश्री अधिकारी बनीं, उन्होंने परेड का नेतृत्व भी किया। इस मौके पर सम्मानित भी किया गया। तुनश्री को बीएसएफ को लेकर पहला आकर्षण बार्डर फिल्म से आया था। तनुश्री जब चार साल की थी तब बीकानेर में इस फिल्म की शूटिंग हो रही थी। तभी उन्होंने ठान लिया था कि वे बड़ी होकर बीएसएफ ज्वॉइन करेंगी।

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर कहा कि बीएसएफ को पहली फील्ड ऑफिसर मिलने पर बेहद खुशी है। उम्मीद है कि और भी महिला अधिकारी आ रही हैं, जो सीमाओं की सुरक्षा करेंगी। सेना और अर्धसैनिक बलों में महिला अधिकारी भी अपनी जिम्मेदारी का बेहतर तरीके से निर्वहन कर रही हैं।’

तनुश्री ने टेकनपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अकादमी में शुक्रवार को आयोजित पासिंग आऊट (दीक्षांत) परेड में देश की पहली महिला अधिकारी (असिस्टेंट कमांडेंट) के रूप में हिस्सा लिया।

उन्होंने बीएसएफ अकादमी में अधिकारियों के 40वें बैच में बतौर सहायक कमांडेंट 52 हफ्तों का प्रशिक्षण लिया था।

बीकानेर की तनुश्री ने आईसीएस भी पास किया
तनुश्री पारीक 2015 में आईसीएस परीक्षा पास की थी। 2013 में बीएसएफ ने जब महिलाओं को अभियान में तैनाती की मंजूरी दी थी। इसके बाद चार दौर की प्रक्रिया के बाद जुलाई 2014 में तनुश्री पहली महिला बीएसएफ अफसर बनीं थी। इसके बाद उन्होंने टनेकपुर स्थित अकादमी में अपना प्रशिक्षण पूरा किया।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version