आजाद सिपाही संवाददाता
गढ़वा। यहां व्यवहार न्यायालय में सात दिवसीय योग शिविर के दौरान योग प्रशिक्षक सुशील केसरी ने उपस्थित न्यायाधीशों को प्राणायाम, आसन एवं भजन का अभ्यास कराया। गुरुवार को योग शिविर में ध्यान, चंद्र नाड़ी तथा सूर्य नाड़ी के विषय में विशेष रूप से उपस्थित लोगों को बताया गया। इसके साथ ही साथ सूक्ष्म व्यायाम के लाभ बताये गये। शिविर में उपस्थित लोगों को आंख, कान तथा गला के लिए आसन एवं एक्यूप्रेशर का अभ्यास कराया गया। इसके अलावा ताड़ासन, गोमुखासन, कटिचक्रासन एवं यौगिक जॉगिग का अभ्यास कराया गया। इस मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश योगेश्वर मणि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि योग से कार्य क्षमता में वृद्धि होती है। साथ ही योग हमें शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रखता है। यही कारण है कि उच्च न्यायालय ने भी इस पर विशेष ध्यान दिया है। इस अवसर पर फैमिली कोर्ट के पीडीजे विजय कुमार, डीजे वन अजीत कुमार, सेक्रेट्री डीएलएस, राजेश श्रीवास्तव, डीजे छह मनोज कुमार झा, डीजे तृतीय एस एल साव, सीजेएम डी के मिश्रा, जेएम जावेद खान, जेएम अभिषेक श्रीवास्तव, जेएम रामकुमार लाल गुप्ता, जेएम मयंक टोपनो, जेएम सोमा रोशनी कुल्ल, जेएम निर्भय प्रकाश, जेएम विशाल मांझी, डीएसजेएम सिद्धनाथ लमय, नजीर दीनदयाल पाठक, ज्योति प्रकाश श्रीवास्तव, मुरारी पाठक आदि मौजूद थे।
योग हमें मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है : पीडीजे
Previous Articleसीरीज जीतने के इरादे से उतरेगा भारत
Next Article करियर काउंसिलिंग ने छात्रों को दिखायी भविष्य की राह
Related Posts
Add A Comment