नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के शौर्य की तारीफ करते हुए कहा कि डिक्शनरी में अब अभिनंदन शब्द का अर्थ ही बदल गया है। उन्होंने कहा कि इस देश में शब्दों के अर्थ बदलने की ताकत है। पाकिस्तान के अत्याधुनिक एफ-16 विमान को गिराने वाले वायुसेना के पायलट के शौर्य और संयमित व्यवहार की तारीफ सोशल मीडिया और देश में हो रही है। प्रधानमंत्री विज्ञान भवन में कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी इंडिया 2019 की कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान से वापस लौटे विंग कमांडर अभिनंदन की तारीफ की और उनके हौसले व शौर्य को शब्दों के अर्थ बदलने वाला बताया। पीएम ने कहा, इस देश में यह ताकत है कि यह शब्दों के अर्थ बदल देता है। पहले अभिनंदन का अर्थ होता था कांग्रेचुलेशन, लेकिन आज इसका अर्थ बदल जायेगा। कार्यक्रम में पीएम ने अपनी सरकार की सस्ते हाउसिंग कार्यक्रमों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, कंस्ट्रक्शन में अपनी सोच को लेकर हमने बदलाव किया। घर हो, मकान हो, कमर्शल बिल्डिंग या सड़क क्यों न हो, इन्हें इको फ्रेंडली बनाने के लिए हमने काम किया। अफॉर्डेबल हाउसिंग पर जीएसटी को बहुत कम किया। इसे आठ प्रतिशत से घटाकर हमने एक फीसदी तक कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपकी मदद के लिए हमारी सरकार हर कदम पर अपके साथ है। भारत उन देशों में शामिल है, जहां बहुत तेजी से शहरीकरण हो रहा है। हाउसिंग सेक्टर को न्यू इंडिया की ऊर्जा और आवश्यकता के हिसाब से गति दें, इसके लिए देश और दुनिया में कंस्ट्रक्शन से जुड़ी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है, उसका इस्तेमाल करें। हमारी सरकार के कार्यकाल में 1.3 करोड़ घरों का निर्माण कराया गया है। पिछली सरकार ने केवल 25 लाख घरों का निर्माण कराया था। उन्होंने कहा कि वह दूसरी बार हाउसिंग सेक्टर से जुड़े लोगों से बातचीत कर रहे हैं। इससे सरकार की आप सबसे जुड़ने की इच्छा का पता चलता है, ताकि आपके अच्छे काम के बारे में अधिक जाना जा सके, आपके सुझाव जान सकें और हाउसिंग सेक्टर में आपके सहयोग को जान सकें।
प्रधानमंत्री ने कहा हमारी सरकार ने हाउसिंग सेक्टर की शक्ल बदलने के लिए सात फ्लैगशिप योजनाओं पर एक साथ काम किया है। हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि घरों में बिजली, उज्जवला कनेक्शन और अन्य सुविधाएं हों। फंडिंग के साथ-साथ भारत के इतिहास में पहली बार हाउसिंग सेक्टर को, रियल एस्टेट सेक्टर को स्पष्ट कानूनों का सहारा मिल सके, इसके लिए भी काम किया गया है।