वेलिंगटन। न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की अल-नूर और लिनवुड मस्जिद में शुक्रवार को गोलीबारी हुई। हमला दोपहर की नमाज के बाद किया गया। इसमें 49 लोग मारे गये और 50 जख्मी हैं। पुलिस ने कहा कि हम स्थिति को संभालने में जुटे हैं, लेकिन खतरा बना हुआ है। हमलावर की तलाश जारी है। प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मस्जिद के पास से एक कार से कई आइइडी को डिफ्यूज किया। उधर, आॅकलैंड स्थित ब्रिटोमार्ट स्टेशन पर भी एक बम डिफ्यूज किया गया।
न्यूजीलैंड पुलिस के मुताबिक, हमलावर एक आॅस्ट्रेलियाई युवक ब्रेंटन टैरेंट (28) था। उसने मस्जिद में घुसने से पहले ही फेसबुक पर लाइव स्ट्रीमिंग शुरू कर दी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फुटेज में हमलावर को मस्जिद के अंदर घुसकर लोगों पर गोलियां बरसाते देखा गया। हालांकि, घटना के बाद फेसबुक और ट्विटर ने यह वीडियो ब्लॉक कर दिया। गोलीबारी के बाद हमलावर ने वापस अपनी कार में बैठकर बंदूक के अटकने और लोगों को आसानी से मारने के बारे में भी बात की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रेंटन ने खतरनाक मंशा वाला 37 पन्नों के एक मैनिफेस्टो भी लिखा था।
बाल बाल बचे बांग्लादेश के खिलाड़ी
गोलीबारी स्थानीय समय के मुताबिक दोपहर करीब 1.45 बजे हुई। बांग्लादेश टीम के कुछ सदस्य कोचिंग स्टाफ के साथ नमाज पढ़ने अल-नूर मस्जिद गये थे। इएसपीएन के बांग्लादेश के कॉरस्पॉन्डेंट मोहम्मद इस्लाम भी खिलाड़ियों के साथ थे। इस्लाम के मुताबिक- खिलाड़ी जैसे ही बस से उतरे, उन्होंने मस्जिद के अंदर गोलियों की आवाज सुनी। वे भीतर जाने ही वाले थे कि कई लोग अंदर से भागते हुए निकले। कुछ लोगों ने खिलाड़ियों के सामने ही दम तोड़ा। 10 मिनट में ही खिलाड़ी वहां से होटल के लिए निकल गये। बांग्लादेश के क्रिकेटर तमीम इकबाल ने ट्वीट किया- हमलावरों से पूरी टीम सुरक्षित है। यह एक भयावह अनुभव रहा। हमारे लिए प्रार्थना करें। बांग्लादेश टीम के प्रवक्ता ने कहा कि पूरी टीम सुरक्षित है, लेकिन सभी खिलाड़ी मानसिक रूप से तनाव में हैं।
लोगों से अपील की कि सड़कों पर न निकलें
इस घटना के बाद देशभर में मस्जिदों को बंद करने के लिए कहा गया है। पुलिस कमिश्नर माइक बुश ने गोलीबारी के चलते क्राइस्टचर्च के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। आफिस, लाइब्रेरी और इमारतें भी बंद कर दी गयी हैं। माइक ने लोगों से अपील की कि वे सड़कों पर न निकलें और किसी व्यक्ति के संदिग्ध बर्ताव की सूचना दें। एक चश्मदीद ने बताया कि उसने गोलीबारी की आवाज सुनी। चार लोग जमीन पर गिरे हुए थे और हर तरफ खून बिखरा हुआ था।