प्रधानमंत्री ने अपने इस संबोधन में कहा कि जनता कर्फ्यू के दौरान उन्हें सोशल मीडिया पर कई तरह की नई जानकारियां देखने को मिलीं. उन्होंने इसे लोगों के साथ साझा भी किया. पीएम ने एक तस्वीर दिखाते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर लोगों ने कोरोना का फुल फॉर्म शेयर किया. जिसका मतलब हुआ को-रो-ना, कोई रोड पर ना निकले.
पीएम मोदी ने कहा, ‘इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी. लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की, सबसे बड़ी प्राथमिकता है.’ उन्होंने कहा, ‘आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण की साइकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है.’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपको ये याद रखना होगा कि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल नॉर्मल दिखता है और कोई भी लक्षण नहीं दिखते हैं. इसलिए लोगों को सावधानी बरतते हुए घरों में ही रहें. प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके घर के दरवाजे पर एक लक्ष्मण रेखा खिंच गई है यदि आप इस रेखा के बाहर निकले तो आप न सिर्फ अपना नुकसान करेंगे बल्कि पूरे देश का नुकसान करेंगे.
धानमंत्री ने कहा कि यह कदम हर हिंदुस्तानी को बचाने के लिए लिया जा रहा है.