रांची। दो दिनों में राजभवन का 6081 लोगों ने दीदार किया। राजभवन के अनुसार पहले दिन सोमवार को 2529 लोग पहुंचे और दूसरे दिन मंगलवार को 3552 लोग पहुंचे। सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक लोगों को गेट नंबर दो से प्रवेश मिला। शाम चार बजे तक हर किसी ने फूल-पौधे की खूबसूरती को निहारा। राजभवन उद्यान का बदला-बदला रूप सबको मन मोह रहा है। उद्यान की अलग-अलग वाटिका में खिले फूलों की खूबसूरती देखते ही बन रही है।
राजभवन उद्यान में प्रवेश करते ही पहाड़ और झरना का दृश्य मन भा रहा है। गर्मी को देखते हुए उद्यान में जगह-जगह पानी की विशेष व्यवस्था भी की गयी है। वहीं दूसरी ओर बच्चों झूले का आनंद लेते देखे गये। जबकि युवा सेल्फी लेने में व्यस्त दिखे। हर पेड़ और गमले पर सोहराई आर्ट की कला देखने को मिली। पहाड़ी पर बना चरखा सबको आकर्षित कर रहा है। लोगों ने शहीद स्थल पर बिरसा मुंडा, तिलका मांझी की प्रतिमा को नमन भी किया। जबकि बच्चों के लिए पांच और बड़ों के लिए भी दो झूले की व्यवस्था की गयी है।
वुडेन आर्ट बना सेल्फी प्वाइंट
राजभवन में एक जगह वुडेन आर्ट यूनिट बनायी गयी है। यहां गुलमोहर की जड़ से ऑक्टोपस की दो कलाकृति सबको पसंद आ रही है। जंगली लत्तर से सांप का आकार भी दिया गया है। उद्यान अधीक्षक सहयोगी नीलेश ने बताया कि वुडेन आर्ट में पेड़ों की जड़ से आकर्षक रूप दिया जा रहा है। यहां वॉल फाउंटेन भी जल्द शुरू होगा। वहीं दूसरी ओर राजभवन उद्यान के किचन गार्डन में देशी-विदेशी सब्जियों की 25 से अधिक वेराइटी है। इसमें जुकिनी, लेट्यूस, चाइनिज कैबिज, रेड कैबिज सहित अन्य विदेशी सब्जियां लगी हैं। साथ ही चार वेराइटी में स्ट्रॉबेरी, मसाले यूनिट में तेजपत्ता, कबाब चीनी, दाल चीनी, हींग आदि के अलावा मशरूम यूनिट और औषधीय बगान भी आकर्षण का केंद्र है।
उल्लेखनीय है कि राजभवन आम लोगों के लिए 27 मार्च तक खुला रहेगा। आम लोग गेट नंबर दो से सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक प्रवेश कर सकते हैं। कोरोना गाइडलाइन का पालन के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं।