मधुबनी। जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय सभागार में शनिवार को मंत्री संजय कुमार झा ने समीक्षात्मक बैठक की।जल संसाधन सह सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का मंत्री संजय कुमार झा ने समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बैठक कर अतिमहत्वाकांक्षी पश्चिमी कोशी नहर परियोजना की कार्य प्रगति को लेकर शनिवार को समीक्षात्मक बैठक किया।
मंत्री सूचना एवं जनसंपर्क विभाग संजय कुमार झा की अध्यक्षता में पश्चिमी कोशी नहर परियोजना अंतर्गत कार्य प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित हुई।मंत्री श्री झा ने अधिकारियों को संबोधित करते कहा कि सिंचाई परियोजनाओं को समय सीमा में पूर्ण करना सरकार की प्राथमिकता है।कहा कि बाढ़ पर प्रभावी तरीके से नियंत्रण करने हेतु कमला बराज योजना सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में शुमार है। 405 करोड़ की प्राक्कलित राशि से निर्मित होने वाले जन सरोकार से जुड़ी इस योजना से एक बड़ा जनसमूह लाभान्वित होगा। ऐसे में इससे संबंधित सभी कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए।
उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले संवेदक को ना केवल डी बार किया जाएगा,बल्कि उन्हें ब्लैक लिस्ट भी कर दिया जाएगा। मंत्री द्वारा जयनगर स्थित कमला बराज के निर्माण में आवश्यकतानुसार मैन पावर बढ़ाए जाने और किसी भी प्रकार की कठिनाई होने पर जिलाधिकारी से संपर्क स्थापित किए जाने के निर्देश दिया गया। मंत्री ने स्पष्ट कहा कि हरहाल में इस कार्य को तय समय सीमा में पूर्ण कर लिया जाय। कमला वीयर को बराज में रूपांतरित किए जाने के कार्य पर प्रगति की बिंदुवार समीक्षा की गई। इसमें मधुबनी जिला अंतर्गत जयनगर स्थित कमला वीयर के बराज में परिवर्तन कार्य हेतु भू अर्जन की अद्यतन स्थिति, परिवर्तन कार्य हेतु विद्युत पोल स्थानांतरण की अद्यतन स्थिति, परिवर्तन कार्य हेतु अतिक्रमण की अद्यतन स्थिति, परिवर्तन कार्य हेतु मॉडल टेस्ट की अद्यतन स्थिति समेत सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा की गई।
बैठक में जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों को स्पष्ट किया गया बाढ़ पूर्व तैयारियों के मद्देनजर जिले के नहरों के सभी तटबंधों को समय से दुरुस्त कर लिया जाए। अतिमहत्वाकांक्षी पश्चमी कोशी नहर परियोजना की कुल सिंचन क्षमता 2 लाख 65 हजार हेक्टेयर प्रावधानित है। इसके विरुद्ध 2 लाख 01 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचन क्षमता पूर्व में सृजित की गई थी। जिनमें से 1 लाख 41 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में ह्रासित सिंचाई क्षमता को पुनर्स्थापित करने का कार्य चल रहा है। इसके अलावा 64 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का सृजन किया जाना है। अब तक 30,777 हेक्टेयर क्षेत्र में ह्रासित सिंचाई क्षमता का पुनर्स्थापन और 15,100 हेक्टेयर में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का सृजन किया जा चुका है।
इस परियोजना के पूर्ण होने से मधुबनी और दरभंगा जिला में कुल 2 लाख 65 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी। बैठक में उप विकास आयुक्त, विशाल राज, अपर समाहर्ता, नरेश झा,मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग, अधीक्षण अभियंता, पश्चिमी कोशी नहर प्रमंडल,मधुबनी एवं जयनगर,अनुमंडल पदाधिकारी सदर अश्वनी कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, परिमल कुमार एवं सभी संबंधित संबंधित कार्यपालक अभियंता उपस्थित रहे।