महोबा। जिले में बिजली विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल से निपटने के लिए जिलाधिकारी मनोज कुमार ने अपनी सूझ-बझ से एक अनोखा रास्ता निकाला है। इस पहल के तहत सभी जिले के सभी विद्युत उप केंद्रों में उपजिलाधिकारियों की तैनाती कर जिले की पुलिस और अपने अन्य विभागों से सम्बंधित टेक्निकल अधिकारियों, रिटायर्ड कर्मियों को विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से जारी रखने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है ।
महोबा मुख्यालय के विद्युत सबस्टेशन कीरत सागर में सभी कर्मियों को प्रशिक्षण व कार्य से सम्बंधित निर्देश जिलाधिकारी की मौजूदगी में दिया गया। जहाँ एक तरफ विद्युत विभाग के कर्मी हड़ताल पर बैठे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ विद्युत व्यवस्था को सुचारु रूप से जारी रखने व सही रखने के लिए अन्य विभागों के अधिकारियों को विद्युत आपूर्ति की जिम्मेदारी सौंपी गई है ।
जानकारी के अनुसार 15 मार्च से प्रदेश भर में बिजलीकर्मी अपनी मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार कर रहे हैं जिससे बिजली व्यवस्था बाधित होने की पूरी संभावना है महोबा में सभी विद्युत कर्मी 14 सूत्री मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार कर रहे हैं , विद्युत कर्मियों के धरने पर बैठने के कारण व कार्य बहिष्कार किए जाने से उत्पन्न होने वाली समस्याओं से निपटने की तैयारी जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर शुरू कर दी है।
जिसके तहत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों मजिस्ट्रेट और रिटायर कर्मियों के साथ जिले में तैनात टेक्निकल कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है जिले के 13 विद्युत उपकेंद्र में मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ-साथ अन्य विभागों के टेक्निकल अधिकारी रिटायर्ड कर्मियों को पुलिस को तैनात किया गया इन सभी को शहर की विद्युत उपकेंद्र में प्रशिक्षण के दौरान कंट्रोल रूम में काम करने की जानकारी सहित विद्युत पार्ट्स डाउन ट्रांसफार्मर सहित अन्य बारीकी परीक्षण भी दिए गये ।
डीएम मनोज कुमार बताते हैं कि विद्युत कर्मियों के कार्य बहिष्कार की जानकारी होने पर शासन के निर्देश पर व्यवस्थाओं को बेहतर रखने के लिए अस्थायी व्यवस्था है लोगों को विद्युत समस्या से न जूझना पड़े, इसका ख्याल रखा जा रहा है। हर केंद्र में मजिस्ट्रेट तैनात हैं जो पुलिस, रिटायर्ड कर्मियों और टेक्निकल कर्मियों के साथ व्यवस्था को बहाल रखेंगे । इसके लिए सभी अधिकारी कर्मचारियों को बाकायदा ट्रेनिंग दिलवाई है ।
विद्युत कर्मी बताते हैं कि आज से कार्य बहिष्कार है जो 16 मार्च तक चलेगा। इस दौरान कोई सहमति बनती है तो ठीक नहीं तो फिर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर आगे भी आंदोलन बढ़ाया जाएगा। बिजली कर्मियों का कहना है कि 15 मार्च की सुबह 10 बजे से उनका कार्य बहिष्कार शुरू हुआ, जिसके तहत वह लोग बिजली व्यवस्था को बाधित नहीं करेंगे अगर कोई समस्या आती है तो वह लोग उसे ठीक भी नहीं करेंगे । वहीं जिलाधिकारी महोबा की इस पहल की जनपद में चर्चा हो रही है। जिले के नागरिकों के हित का ध्यान रखते हुए डीएम ने मजिस्ट्रेट, पुलिस, टेक्निकल अधिकारियों के साथ रिटायर्ड कर्मियों की नियुक्ति करके एक शानदार पहल की है ।