– दोनों हवाई अभ्यासों से आपसी समझ व पारस्परिकता बढ़ाने का मौका मिला
– भारत के लड़ाकू विमानों ने अपनी युद्धक क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया

नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना ने जापान की एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (जेएएसडीएफ) के साथ एक ही समय दो-दो हवाई अभ्यास किये हैं। भारत-जापान की वायु सेनाओं के बीच संयुक्त अभ्यास शिन्यू मैत्री के साथ ही धर्म गार्जियन अभ्यास का भी जापान में गुरुवार को समापन हो गया। शिन्यू मैत्री अभ्यास जापान के कोमात्सु में और ‘धर्म गार्जियन’ अभ्यास शिगा प्रांत के कैंप इमाजू में किया गया। दोनों ही हवाई अभ्यासों में भारत के लड़ाकू विमानों ने अपनी युद्धक क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया।

संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘धर्म गार्जियन’ में शामिल होने के लिए भारतीय सेना की टुकड़ी 12 फरवरी को जापान पहुंची थी, जहां जापान ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स (जेजीएसडीएफ) की ओर से गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। यह अभ्यास 17 फरवरी को जापान में शिगा प्रांत के कैंप इमाजू में शुरू हुआ। 02 मार्च तक चले इस अभ्यास में भारतीय वायु सेना ने अपनी युद्धक क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया। मौजूदा वैश्विक हालात में दोनों देशों के समक्ष सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनजर यह अभ्यास अत्यंत महत्वपूर्ण और सार्थक रहा। इस अभ्यास में भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट और जेजीएसडीएफ में मिडिल आर्मी की एक इन्फैंट्री रेजिमेंट ने हिस्सा लिया।

इसी अभ्यास के बीच में 01 और 02 मार्च को भारतीय वायु सेना के दल ने एक सी-17 ग्लोबमास्टर विमान के साथ अभ्यास शिन्यू मैत्री में हिस्सा लिया। अभ्यास के पहले चरण में परिवहन संचालन और सामरिक युद्धाभ्यास पर चर्चा हुई। इसके बाद दूसरे चरण में भारतीय वायु सेना के सी-17 और जापान की एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स के सी-2 परिवहन विमानों ने उड़ान अभ्यास किया। इस विशेष अभ्यास ने एक-दूसरे के संचालन प्रदर्शन में आपसी तालमेल बढ़ाने तथा विचार-विमर्श करने का अवसर दिया। साथ ही दोनों देशों की वायु सेनाओं के बीच आपसी समझ व पारस्परिकता को भी बढ़ाया।

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