रांची। बिरंची नारायण ने कहा कि झारखंड सरकार स्थानीय लोगों और आदिवासियों के हित की बात करती है। जल, जंगल और स्थानीयता की बात इस सरकार के लोग करते हैं। लेकिन, शराब बेचने की जिम्मेदारी झारखंड की किसी एजेंसी को देने की बजाय छत्तीसगढ़ की कंपनी को दे दिया गया।
झारखंड विधानसभा के सदस्य बिरंची नारायण ने कहा है कि झारखंड में दिल्ली से भी बड़ा शराब घोटाला हुआ है। उन्होंने सदन के बाहर पत्रकारों को संबोधित करते हुए झारखंड सरकार की शराब नीति पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। अगर इसकी निष्पक्ष जांच करायी जाये, तो यह दिल्ली में हुए शराब घोटाले से भी बड़ा घोटाला साबित होगा।
झारखंड नहीं, छत्तीसगढ़ की कंपनी को दी शराब बेचने की जिम्मेदारी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता बिरंची नारायण ने शुक्रवार को कहा कि झारखंड सरकार स्थानीय लोगों और आदिवासियों के हित की बात करती है। जल, जंगल और स्थानीयता की बात इस सरकार के लोग करते हैं, लेकिन, शराब बेचने की जिम्मेदारी झारखंड की किसी एजेंसी को देने की बजाय छत्तीसगढ़ की कंपनी को दे दिया गया।
शराब बेचनेवाली एजेंसी ने की भारी अनियमितता
उन्होंने कहा कि झारखंड की सरकार ने एक ऐसी कंपनी को शराब बेचने का काम दे दिया, जिसने यहां आकर खुद से होलोग्राम छपवाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, आधा शराब और आधा पानी डाल कर बोतल पैक करने लगी। 1500 रुपये की शराब को 3000 रुपये में बेचना शुरू कर दिया। यह सब किसके कहने पर हुआ। आखिर कंपनी ने किसके कहने पर दोगुनी नयी दरें तय कर दी।
690 करोड़ के राजस्व घाटा का मामला नहीं, हजारों करोड़ का है घोटाला
भाजपा विधायक ने कहा कि यह कागज पर हुए घोटाला से भी बड़ा है। सिर्फ 690 करोड़ रुपये कम राजस्व मिलने का मामला नहीं है। अगर इस मामले की जांच हो जाये, तो हजारों करोड़ रुपये का घोटाला साबित होगा। दिल्ली शराब