रांची। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे चरण में बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष के विधायकों ने मंगलवार को सदन में किए गए भाजपा विधायकों के आचरण का विरोध किया।
कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि देश में महिलाओं का सम्मान खत्म किया जा रहा है, इसके विरोध में सदन में सदस्यों को दो मिनट का मौन रखना चाहिए। विधायक दीपिका पांडे सिंह को भी भाजपा सांसद ने अपमानित किया है। इरफान अंसारी ने बांग्लादेशी बोले जाने पर मनीष जायसवाल का विरोध किया। उन्होंने कहा कि कल मनीष जायसवाल ने कुर्ता फाड़ा था, आज लूंगी पहन के आए हैं, क्या लूंगी फाड़ेंगे। यह आचरण गलत है। कार्रवाई होनी चाहिए। इसपर स्पीकर ने कहा कि जिन विधायकों ने सदन की गरिमा के प्रतिकूल आचरण किया है, वे उसकी जांच करेंगे।
हम नहीं समझा सकेंगे आपको, जाइए मंत्री जी समझाएंगे : स्पीकर
सदन में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कंपनियों की ओर से ग्रामीण सड़कों का ट्रांसपोर्टिंग के लिए इस्तेमाल करने का मामला उठाया। उन्हें मंत्री आलमगीर आलम ने जवाब दिया लेकिन वो संतुष्ट नहीं हुईं और पेपर्स लेकर वेल में आकर स्पीकर के सामने खड़ी हो गईं।
इसपर स्पीकर ने कहा कि आप मंत्री को लिख कर दे दीजिए कि सड़क पर कौन सी गाड़ी चलेगी और कौन सी गाड़ी नहीं चलेगी। तब भी अंबा वेल में खड़ी रहीं, तब स्पीकर नाराज हो गए और बोले हम आपको नहीं समझा सकेंगे। आपको मंत्री जी समझाएंगे, जाइए लेकिन अंबा ने अपने हाथ में रखे पेपर्स आलमगीर आलम को नहीं सौंपा और सीधे अपनी सीट पर चली गई।