-लोहरदगा-गुमला जिले की राशन दुकानों के माध्यम से बंटेगा यह चावल
-तीन दिन से हो रही बारिश से हुआ नुकसान, अब हो रही उठाव की खानापूरी
सत्यकाम
लोहरदगा। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर भारतीय खाद्य निगम का चावल खुले आसमान में सड़ रहा है। पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश ने चावल को पूरी तरह भिगो दिया है। एफसीआइ द्वारा रेलवे रैक प्वाइंट पर खाद्यान्न का डिपो बनाया गया है। यहां मालगाड़ी से अनाज उतरते ही उसे तुरंत गोदामों में भेजने का प्रावधान है । परिवहन के लिए पर्याप्त ट्रक नहीं होने का हवाला देकर रेलवे रैक प्वाइंट पर ही चावल को कई दिन तक खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया गया है। यह चावल गुमला और लोहरदगा जिले में राशन दुकानों के माध्यम से गरीबों के बीच वितरित किया जाना है। बताया गया है कि दो जिलों के लिए आवंटित चावल रेलवे रैक प्वाइंट पर उतारा गया। इसे सिमडेगा के ठेकेदार सुबीर कुमार द्वारा गोदामों तक पहुंचाया जाना था, लेकिन यह तत्काल सुरक्षित गोदामों तक नहीं पहुंच सका। चावल को बारिश से बचाने का कोई कारगर उपाय भी नहीं किया गया। रविवार को इस सड़ चुके चावल के उठाव की कवायद शुरू की गयी। रेलवे रैक प्वाइंट पर चावल की देखभाल कर रहे लोगों ने दावा किया कि चावल को बारिश के कारण कोई नुकसान नहीं हुआ है। बारिश से पहले पूरे स्टॉक को तिरपाल से ढंक दिया गया था।
दोषियों पर होगी कार्रवाई :उपायुक्त
इस बारे में लोहरदगा डीसी वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा कि मामले की संवेदनशीलता से तथ्यपरक जांच की जायेगी। इसमें शामिल लापरवाह अधिकारियों और ठेकेदारों के विरुद्ध एक्शन लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि सही तरीके से अनाज का उठाव कर उन्हें सुरक्षित गोदामों तक पहुंचाने के निर्देश दिये गये हैं।
भीगा चावल गोदाम में नहीं होगा रिसीव: डीएसओ
जिला आपूर्ति पदाधिकारी अमित बेसरा ने इस संदर्भ में कहा कि एसएसएफसी गोदाम के इंचार्ज को कड़ा निर्देश दिया गया है कि किसी हाल में भीगे और नमी वाले चावल रिसीव नहीं किये जायें। सूखा और फ्रेश चावल ही गोदाम में रिसीव किया जायेगा।