-पाक के पूर्व पीएम इमरान खान का घर ध्वस्त
-पेट्रोल बम बरामद, समर्थकों पर बरसीं लाठियां
एजेंसी
इस्लामाबाद। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के चर्चित ‘बुलडोजर मॉडल’ की धमक सीमा पार में भी सुनाई देने लगी है। तोशखाना मामले में सुनवाई के लिए रवाना होते ही पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के लाहौर स्थित घर पर पुलिस का बुलडोजर चल गया। इस दौरान पुलिसिया कार्रवाई का विरोध कर रहे इमरान समर्थकों पर जम कर लाठियां चटकीं। कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। साथ ही इमरान के घर से हथियार सहित पेट्रोल बम बरामद किये गये हैं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने की कई कोशिश कर चुकी पुलिस ने शनिवार को उस समय उनके घर पर धावा बोला, जब वह तोशखाना मामले में सुनवाई के लिए लाहौर से इस्लामाबाद रवाना हुए थे। इमरान के रवाना होते ही लाहौर पुलिस ने इमरान खान के जमान पार्क स्थित घर पर बुलडोजर चला दिया। बुलडोजर की मदद से पुलिस ने इमरान के घर का मुख्य द्वार तोड़ दिया और भीतर घुस गयी। पुलिस पूरी तैयारी से इमरान के घर पर धावा बोलने गयी थी। पुलिस अपने साथ बुलडोजर, बख्तरबंद वाहन, वाटर कैनन आदि लेकर गयी थी।
इमरान के घर पर बुलडोजर चलने से उनके समर्थकों का आक्रोश बढ़ गया। उन लोगों ने पुलिस पर पथराव करते हुए जम कर विरोध किया। पुलिस ने भी समर्थकों पर लाठियां चटकायीं। इमरान के घर के भीतर मौजूद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया है। इस दौरान फायरिंग की जानकारी भी सामने आयी है।
इमरान ने कार्रवाई को गैर-कानूनी कहा
इस बीच इमरान खान ने एक बयान जारी कर कहा कि पंजाब पुलिस ने उनके घर पर छापा मारा, जहां उनकी पत्नी बुशरा बीबी अकेली थीं। उन्होंने दावा किया कि लाहौर स्थित उनके घर के अंदर और बाहर पुलिसवाले मौजूद हैं। पुलिस अपने अभियान में तमाम चीजों को हटा रही है। इमरान ने सवाल उठाया कि आखिर किस कानून के तहत लाहौर पुलिस यह अभियान चला रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा बनाये गये लंदन प्लान के तहत यह कार्रवाई हो रही है। यह कार्रवाई उस प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए हो रही है, जिसमें भगोड़े नवाज शरीफ को सत्ता में वापस लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि यह साफ है कि सभी मामलों में जमानत मिलने के बाद भी पाकिस्तान डेमेक्रे टिक मूवमेंट (पीडीएम) की गठबंधन वाली सरकार उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है। उन्होंने दावा किया कि उनके इन बदनीयत विचारों के बावजूद वह इस्लामाबाद की कोर्ट जा रहे हैं, क्योंकि वह कानून के शासन पर विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि लाहौर में उनके घर के पास जो भी घटनाक्रम हुआ, वह उन्हें जेल में बंद करने के लिए था, ताकि वह चुनाव अभियान का नेतृत्व न कर सकें।