-रांची से वाराणसी की यात्रा पांच घंटे में होगी पूरी: गडकरी
– केंद्रीय मंत्री ने कहा, रोपवे और विकसित ट्रासपोर्ट के लिए प्रस्ताव भेजे सरकार
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि रांची से वाराणसी तक 7000 करोड़ की लागत से 260 किमी 4-लेन इंटर कॉरिडोर के बनने से रांची से वाराणसी पांच घंटे में पहुंचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि 635 किलोमीटर का 4 लेन वाला रायपुर-धनबाद आर्थिक कॉरिडोर कोयला, स्टील, सीमेंट और अन्य खनिजों के परिवहन की सुविधा प्रदान करेगा। केंद्रीय मंत्री गुरुवार को जमशेदपुर के बाद राजधानी रांची पहुंचे। यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। गडकरी ने झारखंड को 9,400 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात दी है। इसमें सड़क, एलिवेटेड रोड और आरओबी जैसी योजनाएं शामिल हैं।
रांची-जमशेदपुर सड़क का काम आखिर पूरा हुआ:
गडकरी ने कहा कि इस देश के विकास के लिए हमारा इंफ्रास्ट्रक्चर अंतरराष्ट्रीय स्तर का हो, इसका संकल्प हमने किया था। बहुत बार रांची आने का मौका मिला। मुझसे हर बार पूछा जाता था कि रांची से जमशेदपुर वाली रोड का क्या हुआ। इस बार किसी ने नहीं पूछा। इस बार काम पूरा हो गया। बहुत अड़चन आयी, समस्या आयी, लेकिन काम पूरा हो गया।
शिलान्यास ट्रेलर हैं, पिक्चर अब शुरू होगी:
गडकरी ने कहा कि इस बार जो भूमि पूजन, शिलान्यास हुआ है, वो सिर्फ ट्रेलर है। जो सही फिल्म है, वो अभी शुरू होनी बाकी है। मैं आपको वचन देता हूं कि 2024 समाप्त होने से पहले 2 लाख करोड़ का इंफ्रास्ट्रक्चर बना कर तैयार करेंगे। हम झारखंड की तस्वीर बदल देंगे। 21 परियोजनाएं हैं, जिनकी कीमत 9 हजार 5 सौ करोड़ है। मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं बोलूंगा। कम समय में क्या बताऊं, क्या नहीं यह असमंजस में हूं। जिस प्रकार से रोड बनी है। दिल्ली से देहरादून दो घंटे, दिल्ली से हरिद्वार दो घंटे में, दिल्ली से श्रीनगर आठ घंटे में। नागपुर से मुंबई पहले 24 घंटे लगते थे, अब पांच घंटे। रांची से वाराणसी आने-जाने में समय घटे, यह कोशिश है।
झारखंड की सरकार भी भेजे प्रस्ताव:
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमने तय किया है कि लॉजिस्टिक कॉस्टसिंगल डिजिट में आयेगी। इससे रोजगार बढ़ेगा, निर्यात बढ़ेगा। झारखंड में जल मार्ग चालू हो, यह भी कोशिश की है, अब चालू होगी। मैं अभी ट्रांसपोर्ट का मंत्री हूं, बेंगलोर में हवा में उड़नेवाला डबल डेकर बस बना रहा हूं। झारखंड की सरकार से विनती है कि आपने रोपवे, केबल कार जैसी योजना का एक भी प्रपोजल नहीं भेजा है, जल्दी भेजिए, बाकी के राज्यों के 207 प्रपोजल आ गये हैं।
किसान सिर्फ अन्नदाता नहीं, ऊर्जादाता भी:
गडकरी ने कहा कि मुझे स्वीकार करने में यह दुख होता है कि देश में 40 प्रतिशत वायु प्रदूषण रोड के कारण है, पेट्रोल-डीजल के कारण है। मैं 2004 से कह रहा हूं कि इस देश का किसान अन्नदाता हैं, लेकिन उन्हें ऊर्जादाता बनना चाहिए। मैं किसानों के लिए स्कीम ला रहा हूं। 70 प्रतिशत बायो बिटूमीन तैयार होगा। गांव-गांव में जहां भी बिटूमीन तैयार होगा, वह सरकार खरीद लेगी, यह वचन देता हूं। एक दिन आयेगा, जब किसान अपनी फसल के साथ-साथ बिटूमीन का भी जिक्र करेगा।
जो मैं कहता हूं, डंके की चोट पर कहता हूं:
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों को नयी-नयी बात लगेगी, लगेगा, मुंगेरी लाल के हसीन सपने। मैं जो बात कहता हूं, डंके की चोट पर कहता हूं। मैं झारखंड के किसानों का आह्वान करता हूं कि आप बॉयो बिटूमीन का कारखाना तैयार करो। कई गाड़ियां आ गयी हैं। पूरी तरह बॉयो पर चलती हैं। मैं बोलता था कि इस देश में इलेक्ट्रिक कार आयेगी, बाइक आयेगी। पत्रकार पूछते थे रास्ते में बैट्री खत्म हुई तो क्या करेंगे। आज गाड़ियां आ रही हैं। टाटा की इलेक्ट्रिक कार आयी, कुछ दिन पहले कंपनी वाले मुझसे मिलने आये। बता रहे थे कि तीन गुणा क्षमता बढ़ा रहे हैं, डिमांड बढ़ गयी है। आज देश में इलेक्ट्रिक बस है, इससे टिकट की कीमत कम हो गयी। देश बदल रहा है। प्रधानमंत्री जी ने कहा, आत्मनिर्भर बनना है तो तकनीक बढ़ानी होगी।