राज्य सरकार दोषियों को फांसी की सजा दिलाए : आरती कुजूर

रांची। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि अंकिता हत्याकांड के दोषी शाहरुख हुसैन और मो. नईम को उम्रकैद कि सजा हुई है। हम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करते हैं। साथ ही सरकार से आग्रह करते हैं कि हाई कोर्ट में सरकार अपील करे कि ऐसे अपराधियों को फांसी की सजा हो। आरती कुजूर प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रही थीं।

आरती ने कहा कि झारखंड की बेटियों की इज्जत लूटने और जान लेने पर उतारू लोगो को फांसी की सजा हो। पेट्रोल छिड़क कर अंकिता की हत्या हुई थी। इस तरह से प्रदेश में छह हजार से ज्यादा बच्चियों की बलात्कार एवं हत्या हुई है। इससे भी भयावह घटना हुई हैं। अंकिता हत्याकांड में डीएसपी नूर मुस्तफा ने अंकिता को बालिग दिखाया और शाहरुख का उम्र नाबालिग दिखाया था। उन्होंने सरकार से पूछा कि इस डीएसपी पर क्या कार्रवाई हुई। राज्य सरकार तुष्टिकरण और वोट बैंक की नीति से बाहर निकल कर अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाएं।

आरती ने कहा कि राज्य सरकार बताए कि एसटी-एससी की कितनी बच्चियों एवं महिलाओं के साथ दुष्कर्म एवं हत्या की घटनाएं हुईं और कितने केस में फास्ट ट्रैक का गठन किया गया। कितनों पर कार्रवाई की गई। इसमें सरकार की उदासीनता साफ दिखती है। क्योंकि, वो सभी पीड़िता गरीब परिवार से आते हैं। उन्होंने कहा कि राबिका पहाड़िया, जिसको 50 से ज्यादा टुकड़ों में काट दिया गया था उसके हत्यारे भी आज जेल से बाहर आकर खुले में घूम रहे है। हत्यारे शाहरुख के तार प्रतिबंधित बांग्लादेशी संगठन अंसार उल बंगला से भी जुड़े होने की बात सामने आई थी। इस मामले को भी दबा दिया गया।

आरती ने कहा कि अंकिता हत्याकांड के तुरंत बाद दुमका में ही 14 वर्षीय नाबालिग आदिवासी को अरमान अंसारी ने लव जेहाद के नाम पर फंसा कर गर्भवती किया और उसके बाद उसकी हत्या कर पेड़ पर लटका दिया। प्रदेश भर में 6000 से अधिक बच्चियों एवं महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना घटी। कितनों की दुष्कर्म के हत्या कर दी गई। 3000 से अधिक आदिवासी बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसी घटना घटी।

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