सरयू राय की एंट्री से रोमांचक हुआ राजनीतिक माहौल
धनबाद /महुदा। धनबाद लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के नाम की घोषणा के पश्चात से ही विपक्ष के कार्यकर्ताओं सहित भाजपा की कई आनुषांगिक इकाइयों द्वारा तमाम सोशल मीडिया के माध्यम से ढुल्लू की आलोचना तेज हो गयी है। वहीं इन तमाम आलोचनाओं के बीच कहीं न कहीं भाजपा प्रत्याशी के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बनता जा रहा है। वहीं उनके लिए धनबाद लोकसभा सीट हाथ से निकलती हुई प्रतीत हो रही है।
इन तमाम अटकलों के बीच धनबाद लोकसभा की राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो गयी है। इसके विपरीत धनबाद भाजपा में भी कई तरह की बातें सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आने लगी हैं, जिससे कहीं न कहीं धनबाद की जनता ढुल्लू को आसानी से स्वीकार करने के मूड में नहीं दिख रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं की ढुल्लू के प्रति आक्रामकता कहीं से भी उन्हें धनबाद में अपने मुखिया के तौर पर स्वीकार करती नहीं दिख रही हैं। क्योंकि ढुल्लू की दबंगई की कहानी बाघमारा विधानसभा से निकल कर झारखंड की राजधानी रांची तक चर्चाओं में रही है। इनके ऊपर कुल 49 मुकदमे दायर हुए। उनमें से कुछ में वह बरी भी हुए, लेकिन अधिकांश में वह विचाराधीन हैं। वहीं चार में तो उन्हें जेल भी जाना पड़ा है।
उनके तमाम कारनामों को समस्त कोयलांचल वासी पूर्व से ही जानते हैं। वहीं उनकी दबंगई को बाघमारा की कई आउटसोर्सिंग कंपनियां और उन्हीं के पैतृक गांव चिटाही के ग्रामीणों सहित अन्य क्षेत्रों के आमजनों ने झेला है। इन्हीं तमाम कारनामों के चलते उनका विरोध बाघमारा सहित समस्त कोयलांचल में शुरू हो चुका है। वहीं इन तमाम आलोचनाओं पर धनबाद के तमाम बड़े नेता कुछ भी प्रतिक्रिया देने से बचते आ रहे हैं। इसके विपरीत विपक्ष के कई नेता और कार्यकर्ता इस पर खूब मजे ले रहे हैं। बताते चलें कि जहां एक ओर भाजपा महिलाओं के सम्मान की बात करती है, वहीं उनके प्रत्याशी ढुल्लू महतो को अपने पैतृक गांव चिटाही की एक ग्रामीण महिला को भद्दी गालियां देते हुए एक वीडियो में देखा जा चुका है। यह वीडियो इस वक्त उन्हीं के समर्थक द्वारा सोशल मीडिया में शेयर की गयी है, जिससे कहीं न कहीं ढुल्लू के लिए आगामी चुनाव में पार पाना बहुत संभव नहीं दिख रहा है।
क्योंकि जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने धनबाद दौरे में एक बयान के दौरान धनबाद लोकसभा चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया है। ऐसे में अगर वह चुनाव लड़ते हैं, तो यह ढुल्लू के लिए बड़ी चुनौती हो सकती है, क्योंकि सरयू राय एक ऐसे विधायक हैं, जो पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को हरा चुके हैं। ऐसे में आगामी धनबाद लोकसभा चुनाव दिलचस्प होगा।
भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू के विरुद्ध दर्ज केस: हत्या का प्रयास-21 केस, रंगदारी-13 केस, आर्म्स एक्ट-15 केस।
इसी कड़ी में जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष कृष्णा अग्रवाल ने भाजपा के झारखंड अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को एक पत्र लिख कर बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो को लोकसभा प्रत्याशी बनाने को लेकर आपत्ति जतायी है। उन्होंने अपने पत्र में ढुल्लू महतो की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कई गंभीर आरोप भी लगाये हैं। उन्होंने श्री महतो को माफिया कहते हुए धनबाद लोकसभा की जनता के लिए खतरा बताया है। साथ ही श्री महतो की दबंग प्रवृति से बाघमारा सहित पूरे धनबाद की जनता के त्रस्त होने की बात कही है।
श्री अग्रवाल ने अपने पत्र में आगे बताया है कि ढुल्लू महतो को टिकट मिलने से मारवाड़ी समाज के तमाम लोगों में खासी नाराजगी है। वहीं उन्हें हिंदुस्तान का एकमात्र विधायक बताया, जो एक हाथ में एटक का लाल झंडा और दूसरे हाथ मे भगवा लेकर खुलेआम राजनीति करते हैं। इस पर उन्होंने अच्छी पार्टी और बुरा प्रत्याशी के संदर्भ में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के द्वारा कहे गये कथन को दोहराते हुए भी कई बातों का उल्लेख किया है। अंत में उन्होंने पार्टी को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने की नसीहत देते हुए लिखा है कि कहीं ऐसा न हो कि पार्टी को अपने निर्णयों पर पश्चाताप करना पड़े।
वहीं पत्र वायरल होने के बाद विधायक ढुल्लू और कृष्णा अग्रवाल के बीच हुई तीखी बहस का ऑडियो पूरे कोयलांचल में चर्चा का विषय बना हुआ है और काफी सुर्खियां भी बटोरी रहा है।
वहीं जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कहा है कि बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो का आचरण भय फैलने वाला है। अगर इस तरह का काम करते रहेंगे, तो जिस तरह गैंगस्टर प्रिंस खान के खिलाफ कार्रवाई के लिए मैंने लड़ाई लड़ी, उसी तरह ढुल्लू महतो के खिलाफ भी लड़ूंगा। इसके साथ ही बाघमारा में बीसीसीएल एरिया एक से लेकर पांच तक एक विशेष समूह के द्वारा 1200 रुपये प्रति टन दिये बगैर कोयला नहीं उठाने दिया जाता, अब इस आतंक को दूर करने का प्रयास करूंगा। वहीं इडी से आवेदन देकर मांग करूगा कि बाघमारा इलाके में मनी लांड्रिंग हो रही है और इस मनी लांड्रिंग का पैसा चुनाव में इस्तेमाल ना हो पाये, इस पर विशेष नजर रखी जाये। वहीं सरयू राय ने कहा कि मैं चुनाव लड़ने के लिए उतावला नहीं हूं पर अगर इस प्रकार की परिस्थितियां बनी रही, तो मैं बिल्ली के गले में घंटी बांधने के लिए चुनावी मैदान उतरूंगा।