रांची : करप्शन के खिलाफ मुखर रहने वाले पूर्व मंत्री और विधायक सरयू राय ने केंद्रीय एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सरयू राय ने अपनी तस्वीर के साथ पोस्ट कर लिखा है कि करप्शन एक को राजभवन दूसरे को जेल।
सरयू राय ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को करप्शन के मामले में जेल भेजे जाने और बीजेपी नेताओं को करप्शन के ही मामले में छूट मिलने या किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने पर सवाल खड़ा किया है। सरयू राय अपने पोस्ट के माध्यम से अपने राजनीतिक विरोधी और बीजेपी दोनों पर निशाना साध रहे है। सरयू राय इस पोस्ट के माध्यम से किस ओर इशारा कर रहे है वो राजनीति के जानकार समझ रहे है।
बीजेपी में रहते हुए भी और बीजेपी छोड़ने के बाद भी वो करप्शन को लेकर काफी मुखर रहे है। 2019 के विधानसभा चुनाव में वो तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। उन्होने रघुवर दास को हराने के लिए अपनी विधानसभा क्षेत्र तक बदल दी। इससे पहले के चुनाव में कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता को उन्होने शिकस्त दी थी। 2019 में बन्ना गुप्ता जीत गए और सरकार में मंत्री बने, लेकिन सरयू राय ने उनके खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर करप्शन का आरोप लगातार लगाते रहे उसकी जांच की मांग करते रहे। अभी भी उन्होने बन्ना गुप्ता के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।
सरयू राय का राजनीतिक जीवन की करप्शन के खिलाफ अभियान के लिए जाना जाता है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से व्यक्तिगत संबंध होने के बाद भी उन्होने चारा घोटाले में लालू यादव के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी और इस मामले में लालू यादव को सजा दिलवाने में सरयू राय ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अभी जब जमीन घोटाला मामले में जेल के अंदर है तब भी उन्होने हेमंत सोरेन का समर्थन नहीं किया, जबकि जब 2019 में हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने थे तो उस सरकार को निर्दलीय विधायक के रूप में सरयू राय ने समर्थन दिया था। अब जब हेमंत जेल के अंदर है तो करप्शन के कई आरोप बीजेपी और उनके सहयोगी दलों पर भी लगे हुए है, लेकिन केंद्रीय एजेंसी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है तब सरयू राय ने आईना दिखाने का काम किया है और एजेंसियों के कार्यप्रणाली और निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए तीखा तंज कसते हुए लिखा है कि करप्शन पर एक को राजभवन, दूसरे को जेल।