रांची। रांची के बरियातू स्थित स्वर्णरेखा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट ने रविवार को सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस दौरान रांची की युवा फुटबॉल खिलाड़ी दिव्यानी लिंडा को सम्मानित किया गया।

इंस्टीट्यूट के संस्थापक प्रकाश सिंह, सचिव डॉ गंगेश गुंजन झा, निदेशक डॉ सिद्धार्थ प्रकाश, प्राचार्य विधा सागर, समाजसेवी आशुतोष द्विवेदी और दीपक कुमार दुबे ने संयुक्त रूप से सम्मानित किया।

इंटरनेशनल फुटबॉल खिलाड़ी दिव्यानी लिंडा नेपाल में आयोजित सेफ 16 फुटबाल प्रतियोगिता में भारतीय फुटबॉल टीम का हिस्सा रही। उन्होंने शानदार प्रदर्शन कर भारतीय फुटबॉल टीम को रनर अप बनाकर वापस झारखंड लौटी हैं। इसी के मद्देनजर इंस्टीट्यूट ने उनके लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया।

जीना इसी का नाम है कार्यक्रम के तहत दिव्यानी लिंडा ने विद्यार्थियों के बीच अपने जीवन पर प्रकाश डाला।दिव्यानी ने कहा कि वह अत्यंत गरीब परिवार की लड़की है। मां मजदूरी करती है और छोटा भाई दिव्यांग है लेकिन मेरे खेल के प्रति जुनून, मेहनत और सपना आज मेरे मुकाम तक ला छोड़ा है। मेरे गुरु अनवरुल हक उर्फ बबलू की कड़ी मेहनत और मेरी परीक्षा ही आज रंग लाकर एक अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी के रूप में चरितार्थ किया है।

दिव्यानी ने कहा कि हौसले बुलंद रखने पर हर आदमी कामयाब होता है। मैं भी इसका सीधा साधा उदाहरण हूं। जीवन में हर कदम कदम पर बाधा है लेकिन इसको अच्छे से पार होना ही सफल जिंदगी की पहचान है। हमें हमेशा ईमानदारी और कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। इससे सफलता जरूर मिलेगी। वहां मौजूद विद्यार्थियों ने दिव्यानी से कई सवाल भी पूछे।

इस दौरान कई शिक्षक शिक्षिकाएं और विद्यार्थी उपस्थित थे।

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