उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के चिरैयाकोट का ही रहने वाला था कनौजिया
पूर्वी सिंहभूम। पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) में मुख्तार अंसारी गिरोह के शूटर अनुज कनौजिया को यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने शनिवार देर रात मुठभेड़ में मार गिराया है। छोटा गोविंदपुर के जनता मार्केट स्थित अमलतास सिटी के पास उसकी पुलिस से मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में दोनों ओर से 25 राउंड से अधिक गोलियां चली। इस गोलाबारी में एसटीएफ के डीएसपी धर्मेंश कुमार शाही घायल हुए हैं। उनके बाएं कंधे पर गोली लगी है। उन्हें टीएमएच में भर्ती कराया गया है। मौके पर पुलिस को कई गोलियां मिली है। अनुज पर दो दिन पहले ही मऊ पुलिस ने ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
जमशेदपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल ने बताया कि यूपी एसटीएफ की टीम ने जमशेदपुर में इनामी अपराधी अनुज कनौजिया को गिरफ्तार करने के लिए आई थी। जिसमें जमशेदपुर पुलिस के द्वारा सहयोग किया गया। उत्तर प्रदेश एसटीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने जब अनुज की घेराबंदी कि तब उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। अनुज कनौजिया उत्तर प्रदेश से फरार होकर झारखंड के जमशेदपुर में छिपकर रह रहा था। उस पर हत्या, लूट, रंगदारी और गैंगस्टर सहित दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज थे। यूपी एसटीएफ को यह जानकारी मिली थी कि अनुज कनौजिया फिलहाल झारखंड के जमशेदपुर में रह रहा है।
यूपी एटीएस के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि लोकेशन मिलने के बाद झारखंड एटीएस की सहायता से अनुज को गिरफ्तार करने के लिए टीम शनिवार की देर रात जमशेदपुर के गोविंदपुर के पास स्थित जनता मार्केट पहुंची थी। यूपी पुलिस और झारखंड पुलिस ने घेराबंदी की तो अनुज ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने उसे बाहर निकलने के लिए चेतावनी दी, लेकिन वह लगातार पुलिस पर गोलियां चलाता रहा। इसके बाद यूपी पुलिस ने पहले अनाउंसमेंट कर उसे सरेंडर करने को कहा, इस पर उसने एक बार फिर से अपने घर की खिड़की से फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में उत्तर प्रदेश पुलिस के डीएसपी धर्मेंद्र कुमार शाही को गोली लग गई। इसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें शूटर अनुज मारा गया।
यूपी एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि अनुज जमशेदपुर के गोविंदपुर में ही कई दिनों से अपना ठिकाना बदल-बदल कर रह रहा था। दो माह से वह जमशेदपुर के अमलतास सिटी में छुपा हुआ था। अनुज के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में सबसे ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के चिरैयाकोट का ही रहने वाला था। उसके खिलाफ मऊ के अलावा उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और गाजीपुर के थानों में भी गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट, गुंडा एक्ट आदि धाराओं में दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं।