नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आम आदमी पार्टी (आआपा) पर निशाना साधते हुए दोनों दलों को दलित विरोधी बताया। शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि लोग संविधान की प्रति जेब में रखते हैं, पूरे देश को दिखाते हैं लेकिन उस प्रतिलिपि को खोलने पर कोरे कागज दिखाई देते हैं। पिछले कुछ दिनों में ऐसे लोगों का असली चरित्र जनता के सामने आया है। उन्होंने कहा कि वे राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के बारे में बात कर रहे हैं।

गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी संविधान की प्रति हाथ में लेकर चलते हैं, उनसे हम पूछना चाहते हैं कि देश के संविधान में कहां लिखा है कि आप धर्म के आधार पर सरकारी ठेकों में आरक्षण दे सकते हैं। कानूनन किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव नहीं हो सकता, धर्म के आधार पर आप आरक्षण नहीं दे सकते। लेकिन कर्नाटक में ऐसा हुआ, जिससे स्पष्ट है कि वहां तुष्टिकरण की राजनीति हावी है और यही राहुल गांधी की असली सोच है।

गौरव भाटिया ने कहा कि जब अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री थे, तब उनके कार्यालय में डॉ. अंबेडकर की तस्वीर तो लगी थी लेकिन केजरीवाल का असली चरित्र विषैला, दलित विरोधी और पिछड़ा समाज विरोधी है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि केजरीवाल ‘यू-टर्न’ राजनीति के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अनुसूचित जाति बस्तियों के सुधार योजना के लिए 2020-21 में 65 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे लेकिन आआपा सरकार ने केवल 50 लाख रुपये का उपयोग किया, जो कुल राशि का 1 प्रतिशत से भी कम है। इसी तरह, वंचित छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग प्रदान करने के उद्देश्य से ‘जयभीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना’ के लिए 2022-23 के लिए 70 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, लेकिन कुछ भी खर्च नहीं किया गया। अगले वर्ष इसका बजट घटाकर 20 करोड़ रुपये कर दिया गया, जिसमें से केवल 1 लाख रुपये का उपयोग किया गया।

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