पटना। बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को बयान जारी कर विपक्ष को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि लूट-खसोट की मानसिकता से ग्रसित विपक्ष ‘विकसित बिहार’ के लिए समर्पित सर्व-समावेशी बजट को पचा नहीं पा रहा है। 15 वर्षों तक सत्ता में रहते हुए बिहार को बेहाल, बदहाल और बीमारू बनाने वाले को बजट पर सवाल उठाने का नैतिक अधिकार नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान बजट पर बेतुके और अनर्गल प्रश्नचिन्ह खड़े करने के बजाए राजद को अपने 15 वर्षों के बजट का लेखा-जोखा भी जनता के समक्ष प्रस्तुत करना चाहिए, जिससे सबकुछ दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अपनी नकामियों को छिपाने के लिए जनता की आँखों में धूल झोंकना, झूठ बोलना और दुष्प्रचार करना राजद की पुरानी कार्य-संस्कृति रही है, जिसे अब प्रदेश की जनता भी समझ चुकी है।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि परिवार हित वाली राजनीति में सिकुड़ी राष्ट्रीय जनता दल को बिहार हित से कभी कोई वास्ता नहीं रहा है। लालू परिवार की प्राथमिकता केवल स्वयं की तरक्की और विकास तक सीमित है। जबकि हमारे नेता माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार समूचे बिहारवासियों को अपना परिवार मानकर लोक-कल्याण की दिशा में निरंतर कार्य करते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-26 बजट की महत्ता का पता इसी बात से चलता है कि वर्ष 2005-06 में पूरे बिहार का बजट महज 23 हजार करोड़ रुपये का था लेकिन सोमवार को पेश हुए बजट में केवल शिक्षा के लिए 60 हजार करोड़ से अधिक की राशि तय की गई है। उन्होंने कहा कि चरवाहा विद्यालय की सोच से प्रेरित राजद नेताओं को बजट पर अनावश्यक ज्ञान बांचने से बचना चाहिए।
श्री कुशवाहा ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में समाज के सभी तबकों का समुचित ख्याल रखा गया है। बजट का प्रारूप विकसित बिहार के प्रति मजबूत संकल्प को दर्शाता है।