अहमदाबाद। अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना के अंतर्गत वटवा रोपड़ ब्रिज पर रविवार रात करीब 11 बजे हुए हादसे के बाद अहमदाबाद-मुंबई रेल मार्ग पर लगभग 30 घंटे बाद रेल यातायात बहाल हो गया। हादसे के वक्त रेलवे लाइन के बगल में पिलर पर स्पैन लगाने का काम चल रहा था। इस दौरान स्पैन को स्थापित करने वाली सेगमेंटल लॉन्चिंग गैंट्री (क्रेन) कंक्रीट गर्डर को लॉन्च करने के बाद वापस लौट रही थी। तभी क्रेन का संतुलन बिगड़ गया और वह गिर गई, जिससे ट्रैक और रेलवे के ऊपरी तारों को क्षति पहुंची। क्रेन दुर्घटना के बाद राष्ट्रीय हाई स्पीड रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने तुरंत क्रेन को हटाने और उसकी मरम्मत का काम शुरू कर दिया।

राष्ट्रीय हाई स्पीड रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड और पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद डिवीजन के 300 कर्मियों की मदद से 24 घंटे के भीतर ध्वस्त क्रेन को हटा दिया गया। इस क्रेन को एक 750-टन क्रेन, दो 500-टन क्रेन और एक 130-टन क्रेन की मदद से नीचे उतारा गया। क्रेन से मलबे को हटाने का काम देर रात पूरा हुआ।

आज तड़के पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल के कर्मचारियों ने रेलवे ट्रैक और इलेक्ट्रिक ओवरहेड तारों की मरम्मत का काम पूरा कर लिया और सुबह 6 बजे से अहमदाबाद और मुंबई के बीच रेल यातायात बहाल कर दिया। यानी 30 घंटे बाद भारत के सबसे व्यस्त रेलवे रूट पर एक बार फिर से रेल यातायात शुरू हो गया। इस हादसे के बाद सोमवार को अहमदाबाद से आने या जाने वाली 28 ट्रेनें पूरी तरह रद्द कर दी गई थीं। गौरतलब है कि क्रेन टूटने से ठीक 15 मिनट पहले तेजस ट्रेन गुजरी थी और मालगाड़ी सिग्नल का इंतजार कर रही थी। अगर उसे सिग्नल मिल जाता तो एक और बड़ा हादसा हो सकता था। तेजस एक्सप्रेस के गुजरने के बाद 600 टन की विशालकाय क्रेन गिर गई थी |

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version