रांची। राजधानी रांची की सड़कों, नालियों, और सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम पर है, लेकिन नगर निगम खुद अपने परिसर को ठीक से नहीं देख पा रहा है। यह स्थिति नगर निगम के अधिकारियों के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि जिस संस्था को शहर के साफ-सफाई और विकास की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वह खुद अपनी कार्यक्षमता पर प्रश्नचिन्ह क्यों खड़ा कर रही है।

रांची नगर निगम के परिसर में स्थित पार्किंग की स्थिति कुछ ऐसी है कि यहां पर लगाए गए पेवर ब्लॉक अब टूटने लगे हैं। जगह-जगह पेवर ब्लॉकों के उखड़ने से वाहन खड़ा करने में भारी परेशानी हो रही है। दोपहिया वाहन चालक इन उखड़े हुए ब्लॉकों के कारण अक्सर गिरने तक की स्थिति में पहुंच जाते हैं। कई बार पार्किंग करते समय या वाहन निकालते वक्त लोग असंतुलित होकर गिर भी चुके हैं, जिससे न केवल वाहनों की क्षति हो रही है, बल्कि लोगों की जान-माल का खतरा भी बना हुआ है।

यह तस्वीर खुद में यह बयां करती है कि रांची नगर निगम, जो अपनी जिम्मेदारी के तहत शहर की सफाई और व्यवस्था का दावा करता है, खुद अपने परिसर को ठीक से नहीं संभाल पा रहा है। यही स्थिति नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए एक ‘चिराग तले अंधेरा’ जैसा उदाहरण बन गई है।

किसी भी शहर के विकास में सबसे महत्वपूर्ण कदम साफ-सफाई, सड़कों का रख-रखाव और नागरिकों की सुरक्षा है। जब वही नगर निगम अपने ही परिसर को ठीक से नहीं संभाल पा रहा है, तो वह शहर की व्यवस्थाओं को कैसे सुधार सकता है?

यह स्थिति न केवल नगर निगम के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाती है, बल्कि रांची की खूबसूरती और स्वच्छता को बनाए रखने के लिए नगर निगम की जिम्मेदारी को भी चुनौती देती है। शहरवासियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि नगर निगम जल्द ही इस समस्या का समाधान करें और अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं।

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