यूपी के मेरठ में बुधवार रात बीजेपी विधायक के गुर्गों ने पीवीएस रोड पर खुलेआम गुंडई की। मंगेतर के साथ बाइक पर घर लौट रही युवती को रोक लिया और पूछताछ के बहाने मॉरल पुलिसिंग शुरू कर दी। युवती से छेड़छाड़ भी की। विरोध करने पर उसके मंगेतर को पीटा।
पुलिस दोनों पक्ष को चौकी लेकर आई तो भाजपाइयों ने युवती के मंगेतर को चौकी में घुसकर मारा। रही-सही कसर मेडिकल थाना प्रभारी ने पूरी कर दी और पीड़ितों को ही लॉकअप में डाल दिया। इस दौरान पीड़ितों ने कहा कि उन्होंने बीजेपी को वोट दिया था, लेकिन इसके बावजूद उनके साथ भाजपा के समर्थकों ने मारपीट की और परिवार की युवती के साथ छेड़छाड़ की। इतना ही नहीं चौकी में पिटाई की गई और अब सुनवाई भी नहीं हो रही है। शास्त्रीनगर के-ब्लाक निवासी युवती एक प्राइवेट बैंक में काम करती है। लोहियानगर निवासी युवक के साथ युवती की शादी तय हो चुकी है।
बैंक में ज्यादा काम होने के कारण युवती को बुधवार को देर हो गई। युवती को लाने के लिए परिजनों ने उसके मंगेतर को बैंक भेजा। रात करीब 9.30 बजे के आसपास युवती का मंगेतर हरीश अपने भाई के साथ युवती को लेकर के-ब्लाक पहुंचा। हरीश अपनी मंगेतर से बात कर रहा था कि इस दौरान दो बाइकों पर सवार कुछ युवक वहां पहुंच गए।
उन्होंने युवती पर अश्लील कमेंट किया और छेड़छाड़ शुरू कर दी। उससे हरीश के साथ खड़े होने का कारण पूछा और अभद्रता की। हरीश ने युवती को दोबारा बाइक पर बैठा लिया और घर तक छोड़ दिया।
इस दौरान वापस लौटते समय आरोपियों ने हरीश और उसके भाई अवनीश को घेरकर जमकर पीटा। सूचना पर पुलिस पहुंच गई और दोनों पक्षों को पीवीएस चौकी ले आई। आरोपियों ने अपने कुछ साथियों को कॉल करके बुला लिया। रात करीब 10.30 बजे के आसपास दर्जनों युवकों ने चौकी पर पहुंचकर हंगामा कर दिया और पुलिस के सामने ही हरीश और उसके भाई को पीटा। इसके बाद पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई।
यहां पर भी पुलिस ने अपना रंग दिखा दिया। बीजेपी नेताओं के दबाव में पुलिस ने पीड़ितों को ही लॉकअप में बंद कर दिया। आरोपियों को पुलिस ने मेडिकल के लिए भेज दिया, जबकि हरीश की मंगेतर आरोपियों पर छेड़छाड़ और मारपीट का आरोप लगाती रही।
थाना प्रभारी मेडिकल ने तो सुप्रीम कोर्ट और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के आदेशों की भी हवा निकाल दी। पीड़िता की सुनवाई की जगह विधायक के गुर्गों की सत्ता थाने में चली। दोनों पक्षों की तहरीर पर कार्रवाई की बात कहकर थानेदार धर्मेंद्र सिंह ने पल्ला झाड़ लिया।
पीड़िता की ओर से भाजपा विधायक के नजदीकी सागर पोसवाल, विनोद गुर्जर निवासी काजीपुर और अंकित के खिलाफ तहरीर दी है। वहीं आरोपियों ने भी मारपीट की तहरीर दी है। देर रात तक आरोपी भाजपा समर्थकों को नहीं पकड़ा गया था।
हरीश और उसके भाई को करीब दो घंटे तक मेडिकल कालेज के लॉकअप में बंद रखा गया। रात करीब एक बजे उन्हें मेडिकल के लिए ले जाया गया। यहां भाजपा के समर्थक पहले से ही मौजूद थे। भाजपा समर्थकों ने परिजनों को थाने में अंदर नहीं जाने दिया और धमकी दी कि चुपचाप नहीं बैठे तो इंतजाम कर देंगे। परतापुर में जो हाल पुलिस का किया है, वही हाल तुम्हारा हो जाएगा। इसके बाद हरिश के परिजन डर की वजह से थाने के बाहर खड़े हो गए।
एसओ ने तीन बार लिखवाई तहरीर
एसओ मेडिकल धर्मेंद्र सिंह घटना की जानकारी पर थाने पहुंचे। अपने कार्यालय में युवती से बातचीत की। युवती ने बयान दिया कि भाजपा समर्थकों ने छेड़छाड़ की थी। इसके बावजूद थानेदार युवती पर ही दबाव बनाते रहे और कहा कि दोनों ओर से तहरीर है और मुकदमा दर्ज किया जाएगा। युवती और हरीश के परिजनों से अलग-अलग तीन बार तहरीर लिखवाई गई।
मामले की जानकारी नहीं है
प्रकरण मेरी जानकारी में नहीं है। इस तरह से पूछताछ करने और प्रेमी युगल से मारपीट करने का अधिकार किसी को नहीं है। युवती की शिकायत पर ही कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की लापरवाही की भी जांच कराई जाएगी।
आलोक प्रियदर्शी, एसपी सिटी मेरठ।
भाजपा नेताओं से है सागर की नजदीकी
सागर पोसवाल ने अपने फेसबुक वॉल पर कई भाजपा नेताओं के पोस्टर और उनके विचार शेयर कर रखे हैं। इससे प्रतीत होता है कि वह भाजपा नेताओं का नजदीकी है।