रांची: झारखंड में पिछले तीन महीने में नक्सलियों-उग्रवादियों ने निर्माण कार्य में लगी कंपनियों के 55 वाहनों को फूंक दिया। इससे विकास कार्यों में लगी कंपनियों को लगभग 10 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है। दरअसल, विकास कार्यों में लगी कंपनियों से नक्सलियों-उग्रवादियों ने लेवी की मांग की और नहीं देने पर ये कंपनियों के मशीनरी को ही निशाना बनाते हैं। जानकारी के मुताबिक इस साल 15 अप्रैल तक नक्सलियों-उग्रवादियों ने 30 से अधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। अधिकांश घटनाएं गुमला, खूंटी, चतरा, लातेहार और पलामू जिला में हुई हैं। इन जिलों में भाकपा माओवादी संगठन के अलावा पीएलएफआइ, टीपीसी, जेजेएमपी जैसे उग्रवादी संगठन सक्रिय हैं।
कहते हैं पुलिस पदाधिकारी
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आशीष बत्रा कहते हैं कि पुलिस लगातार इन संगठनों के खिलाफ अभियान चला रही है। पुलिस इनके खिलाफ लड़ाई जारी रखे हुए है। जल्द ही इन पर काबू पा लिया जायेगा।