“परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के लिए बनी नीति पर भारत के बदले रुख से पड़ोसी पाकिस्‍तान परेशान सा दिख रहा है। या यूं कहें कि परमाणु हथियार पॉलिसी में ‘नो फर्स्ट यूज’ पर भारत के बदलते विचार से पाकिस्तान घबराया हुआ है।”

पाकिस्तान के मीडिया में वहां के रक्षा विशेषज्ञ भारत के इस रुख को चिंताजनक मान रहे हैं। विशेषज्ञों की राय है कि ऐसे समय में जब भारत में कट्टर हिंदुत्व वाली सरकार है तो परमाणु हथियार का इस्तेमाल पाकिस्तान को तबाह करने के लिए किया जा सकता है।

गौर हो कि पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने ‘नो फर्स्ट यूज’ पॉलिसी से हटने के संकेत दिए थे।

पर्रिकर की इस मंशा के बाद माना जा रहा है कि भारत अब किसी भी दुश्मन पर जरूरत पड़ने पर पहले परमाणु हमला कर सकता है। पर्रिकर ने कहा था कि भारत परमाणु शक्ति संपन्न एक जिम्मेदार देश है, वह कभी भी गैरजिम्मेदारी से परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा।

पाक मीडिया में रक्षा विशेषज्ञों के हवाले से लिखा गया है कि भारत की ‘नो फर्स्ट यूज’ दावे की कलई खुल गई है।

पाकिस्तान की घबराहट तब सामने आई जब मैसेचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर ने जब कहा कि भारत की यह नीति हथियारों की दौड़ से आगे। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के जखीरे को तबाह करने के लिए परमाणु हमला कर सकता है। ताकि पाकिस्तान भारत के शहरों पर कभी परमाणु हमला न कर सके।

पाक विशेषज्ञों की मानें तो भारत जब पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को तबाह कर देता है तो पाकिस्तान भारत पर हमला नहीं कर पाएगा और भारत को इसके लिए जवाबी कार्रवाई भी नहीं करनी पड़ेगी।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version